जेल से किया फोन
आरोपी सुरेश घोंची जोधपुर जेल में बंद है जो किसी भी रसूखदार और राजनेताओं की आवाज निकाल ठगी के लिए लोगों को फोन करता है। घांची के खिलाफ 33 प्रकरण दर्ज, 24 जून को बांरा से ली गई मोबाइल सिम चालू की थी नेताओं और मंत्रियों दूसरे रसूखदारों से मदद के नाम पर रुपए मांगता और अपने किसी परिचित को रकम लेने भेजने का हवाला देता था। कोलायत विधायक भाटी के नाम से बीकानेर में छह व्यापारियों को फोन किया। चार ने तस्दीक कर ली तो रकम बच गई। जबकि एक व्यापारी ने बीकानेर में ही 15 लाख रुपए दे दिए, लेकिन शक होने पर रूपए देकर हाथों हाथ वापस ले लिए। पुलिस ने आरोपियों से मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत की आवाज निकाल राजसमंद के व्यापारी से लिए 9 लाख रुपए भी बरामद किए हैं। जबकि राजसमंद के व्यापारी ने 6 लाख रुपए जोधपुर में दिए थे।
आरोपी सुरेश घोंची जोधपुर जेल में बंद है जो किसी भी रसूखदार और राजनेताओं की आवाज निकाल ठगी के लिए लोगों को फोन करता है। घांची के खिलाफ 33 प्रकरण दर्ज, 24 जून को बांरा से ली गई मोबाइल सिम चालू की थी नेताओं और मंत्रियों दूसरे रसूखदारों से मदद के नाम पर रुपए मांगता और अपने किसी परिचित को रकम लेने भेजने का हवाला देता था। कोलायत विधायक भाटी के नाम से बीकानेर में छह व्यापारियों को फोन किया। चार ने तस्दीक कर ली तो रकम बच गई। जबकि एक व्यापारी ने बीकानेर में ही 15 लाख रुपए दे दिए, लेकिन शक होने पर रूपए देकर हाथों हाथ वापस ले लिए। पुलिस ने आरोपियों से मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत की आवाज निकाल राजसमंद के व्यापारी से लिए 9 लाख रुपए भी बरामद किए हैं। जबकि राजसमंद के व्यापारी ने 6 लाख रुपए जोधपुर में दिए थे।
इनको पकड़ा डीसीपी अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार हवाला कारोबारी ओमप्रकाश करनानी (42) मूलत: बीकानेर हाल झोटवाड़ा के गोविंदनगर, हवाला कारोबारी नंदलाल जोशी (34) व कूरियर कर्मचारी श्यामलाल पारीक (37) मूलत: चूरू हाल शास्त्री नगर स्थित सुभाष नगर और कूरियर कर्मचारी शशीकांत शर्मा (27) मूलत: सीकर हाल मुरलीपुरा निवासी है। ठगी का मुकदमा दर्ज होने के बाद करीब 8 घंटे में विश्वकर्मा थानाधिकारी कैलाश जिंदल ने जोधपुर जेल में बंद सुरेश उर्फ भेरिया की जानकारी जुटा ली थी। यह भी सामने आया कि आरोपी किसी की भी आवाज निकाल सकता है और इस तरह के उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। थानाधिकारी कैलाश जिंदल ने बताया कि जयपुर में रकम वसूलने के साथ गिरफ्तार आरोपियों ने बीकानेर में सुखदेव मोची को हरी झंडी दे दी। हवाला के जरिए रकम सुखदेव तक पहुंच गई। जबकि यह रकम इनके पास यहां ही रखी थी। सुरेश को प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर अन्य ठगी के संबंध में पूछताछ की जाएगी। नागौर में भी इसी प्रकार ठगी का मामला सामने आया है।