एक ही सहारा था वो भी छिन गया
मृतक किशोर के छोटे भाई अशोक ने बताया कि किशोर घर में सभी का ध्यान रखता था। उसके जाने के बाद हमारे सामने खाने पीने की समस्या खड़ी हो गई। दोनों भाई मजदूरी करके किसी तरह गुजारा चला रहा था। किशोर रंगाई पुताई का काम करता था। रोज की तरह लालकोठी काम पर जाने के लिए रामबाग तक बस में जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया।
मृतक किशोर के छोटे भाई अशोक ने बताया कि किशोर घर में सभी का ध्यान रखता था। उसके जाने के बाद हमारे सामने खाने पीने की समस्या खड़ी हो गई। दोनों भाई मजदूरी करके किसी तरह गुजारा चला रहा था। किशोर रंगाई पुताई का काम करता था। रोज की तरह लालकोठी काम पर जाने के लिए रामबाग तक बस में जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया।