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अध्यक्ष ने जवाब के लिए पुकारा, आवाज आई मंत्री नदारद, 9 मिनट देर से पहुंचे

locationजयपुरPublished: Jul 20, 2019 03:59:49 pm

Submitted by:

Nidhi Mishra

खेल-युवा मामले के मंत्री अशोक चांदना, विधायक रोहित बोहरा देर से पहुंचे।

Minister Ashok Chandna Got Late For Rajasthan Vidhansabha Session

अध्यक्ष ने जवाब के लिए पुकारा, आवाज आई मंत्री नदारद, 9 मिनट देर से पहुंचे

जयपुर। विधानसभा ( Rajasthan Vidhansabha Session ) में प्रश्नकाल में शुक्रवार को सरकार की उस समय किरकिरी होती दिखी, जब विरोध के चलते भाजपा विधायकों ( BJP MLA’s ) के सवाल स्थगित हो रहे थे लेकिन सरकार के सभी मंत्री और विधायक सदन में मौजूद नहीं थे। ऐसे में अध्यक्ष सीपी जोशी ( CP Joshi ) जवाब देने के लिए मंत्री और सवाल पूछने के लिए विधायक को पुकारते रहे। वहीं भाजपा ने इसे सरकार की विफलता बताते हुए कहा कि प्रश्नकाल को लेकर वह गंभीर नहीं है।

भाजपा के विरोध को लेकर कांग्रेस रणनीति नहीं बना सकी, जिसका खामियाजा सदन में सरकार की किरकिरी के रूप में देखने को मिला। प्रश्नकाल के पहले पांच मिनट में सिर्फ एक सवाल पूछा गया, पांच सवाल स्थगित करने पड़े। इनमें से 4 सवाल भाजपा विधायकों, एक सवाल कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा का था। अध्यक्ष ने उनका नाम पुकारा लेकिन बोहरा सदन में नहीं थे तो अगला सवाल ले लिया। वहीं बसपा के जोगिन्दर सिंह अवाना का सवाल युवा व खेल विभाग से जुड़ा था। जवाब देने के लिए अध्यक्ष ने मंत्री अशोक चांदना ( State Minister Ashok Chandna ) को पुकारा लेकिन वह सीट पर नहीं थे।
इसके बाद कांग्रेस की जाहिदा के गैरहाजिर होने से उनका सवाल स्थगित करना पड़ा। अध्यक्ष ने जब निर्दलीय बलजीत यादव का नाम सवाल पूछने के लिए पुकारा तो उन्होंने कहा कि मंत्री सदन में मौजूद नहीं हैं। युवा व खेल मंत्री ( youth and sports minister ) चांदना करीब 9 मिनट देर से सदन में पहुंचे। इसके बाद उनके विभागों से जुड़े सवाल पूछे गए। वहीं, विधायक जाहिदा ने वन विभाग से जुड़ा सवाल लगा रखा था। उनकी गैर मौजूदगी में बाद में दानिश अबरार ने उनका सवाल पूछा।
युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री अशोक चांदणा ने विधानसभा में कहा है कि पूर्व में खिलाड़ियों को दो प्रतिशत पदों पर नौकरियां देने का प्रावधान किया गया था, लेकिन इसके नियम इतने जटिल बनाए की दो प्रतिशत खिलाड़ी भी नौकरी नहीं पा सके। अब जल्द ही नियमों में बदलाव होगा और हर नौकरी में कम से कम 2 प्रतिशत खिलाड़ियों को नौकरियां मिल जाएंगी। इस संबंध में सारे नियम सरल कर दिए गए हैं।
चांदणा ने कहा कि एक नई खेल नीति बन रही है। इस नई खेल नीति में जितने भी विवाद और खिलाड़ियों को हताशा होती है, उनका निदान किया जाएगा। खेलों में राजस्थान का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के लिए स्कॉलरशिप और एशियन गेम्स ( Asian Games ) की तर्ज पर राजस्थान गेम्स भविष्य में कराने की योजना के बारे में बताया।

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