scriptपाली को मिला सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट | Minister dhariwal to inaugurate solid waste management plant in pali | Patrika News

पाली को मिला सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट

locationजयपुरPublished: Oct 19, 2019 09:24:21 pm

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anant

Solid West Management Plant ।। पाली में क्षतिग्रस्त सड़कों को दूरस्थ कराने के लिए राज्य सरकार ने 60 लाख की राशि प्रथम किश्त के रूप में स्वीकृत की है। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने पाली के खेतावास में ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र का लोकार्पण किया।

पाली को मिला सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट

पाली को मिला सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट

पाली में क्षतिग्रस्त सड़कों को दूरस्थ कराने के लिए राज्य सरकार ने 60 लाख की राशि प्रथम किश्त के रूप में स्वीकृत की है। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने पाली के खेतावास में ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाली नगर परिषद क्षेत्र में विकास के कार्य हो रहे हैं। हाल में अतिवृष्टि से शहर की सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं उन्हें दूरस्थ करवाने के लिए प्रथम किश्त आवंटित की गई उसके बाद भी विकास कार्यों के लिए सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। पाली में अतिवृष्टि के समय शहर में पानी भराव की समस्या को दूर करने के लिए राज्य स्तरीय तकनीकी समिति के सदस्यों को भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पाली में प्रदूषण की गंभीर समस्या है सरकार पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयत्न कर रही है, लेकिन इसके स्थाई समाधान की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि जर्मनी तकनीक से स्थापित इस प्लांट में कचरे का निस्तारण होने के साथ-साथ इंधन, ईंट और जैविक खाद भी बनेगी। हर शहर में स्वच्छता के लिए इस तरह के प्लांट होना आवश्यक है, ताकि कचरे का सही रूप से निस्तारण हो सके। उन्होंने पाली नगर परिषद क्षेत्र में चल रही 24 घंटे पानी देने की योजना एवं एसटीपी सीवरेज का कार्य को तय समय सीमा में पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पाली में पेयजल की समस्या के निदान के लिए मुख्यमंत्री से बात कर जवाई पुर्नभरण योजना पर कार्यवाही की जाएगी।

-जर्मनी तकनीक का पहला प्लांट

नगर परिषद सभापति महेन्द्र बोहरा ने बताया कि 12 करोड़ की लागत से बना सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम जर्मनी तकनीक का पहला प्लांट है, जिसमें 250 टन कचरें का प्रसंस्करण किया जाएगा। पाली शहर में वर्तमान में 100 टन कचरें का संग्रहण हो रहा है, लेकिन आगामी 30 वर्षों में कचरें को देखते हुए प्लांट का निर्माण करवाया गया है। जिसमें वेडिंग मशीन भी लगाई गई है। यहां कचरें से इंधन, ईट, जैविक खाद के साथ-साथ निकलने वाले पानी का उपयोग फलदार पौधों और उद्यानों के विकास में लाभदायक होगा। उन्होंने बताया कि पाली स्मार्ट सिटी योजना में चौबिसों घंटे पेयजल आपूर्ति के लिए 80 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। वहीं, 5 हजार घरों में कनेक्शन दे दिए गए हैं। सीवरेज के कार्य भी तय समय सीमा में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में पाली पहले स्थान पर एवं स्वच्छता में ग्यारवें स्थान पर रहा है।
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