भरतपुर. नेशनल हाइवे पर बने टोल प्लाजाओं पर वाहनों की लम्बी कतार से राहगीरों को राहत मिल सकेगी।कम्पनियों ने टोल प्लाजाओं पर इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) की सुविधा शुरू की है। जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर इसकी शुरुआत शनिवार को हो गई। सड़कों पर प्रतिदिन बढ़ रही वाहनों की संख्या ने टोल प्लाजा के परम्परागत सैटअप के लिए चुनौती पेश की है। टोल वसूली की प्रकिया के कारण टोल प्लाजा पर कई बार वाहनों की लम्बी कतारें लग जाती हैं और लोगों को अपनी बारी के लिए काफी देर तक इंतजाम करना पड़ता है। इससे ना केवल राहगीर के समय की बर्बादी होती है बल्कि, पर्यापरण प्रदूषण की समस्या भी आम बात हो गई है।
यहां किया उद्घाटन
जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 पर शनिवार सायं इसकी शुरुआत भी कर दी गई। लुधावई स्थित टोल प्लाजा पर टोल पर दोनों ओर ईटीसी लेन बनाई गई हैं। इसका ट्रायल के मौके पर क्यूब हाइवे कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन्ड्यू ल्यू, विधायक विजय बंसल, मेयर शिवसिंह भोंट, टोल मैनेजर दीपक कुलश्रेष्ठ, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के तकनीकी मैनेजर हेमेन्द्र सिंह, क्यूब माजिल कम्पनी के तकनीकी मैनेजर हेमंत शर्मा आदि मौजूद थे।
क्या है ईटीसी
इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्शन जो पूरे देश में मान्य है। उपयोगकर्ता को एक बार आरएफ आईडी टैग उनके वाहन की विंडशील्ड पर चिपकाया जाएगा। टोल संग्रह के लिए ईटीसी लेन में वाहन लगेगा तो आरएफआईडी रीडर टैग को पढ़ लेगा और टोल की राशि आरएफ आईडी टैग के साथ जुड़़े उपयोगकर्ता का संबंधित बैंक से लिंक होने के कारण वहां से कट जाएगी।