इससे पहले सुबह 11 बजे जनसुनवाई करने पहुंचे मंत्री लालचंद कटारिया को फरियादियों का इंतजार करना पड़ा। केवल चुनिंदा फरियादी जनसुनवाई में पहुंचे। उसके बाद पीसीसी पदाधिकारियों ने फोन कार्यकर्ताओं को जनसुनवाई में आने को कहा। दअरसल इसकी एक वजह ये भी है कि पीसीसी की ओर से जनसुनवाई किए जाने की घोषणा नहीं होने के चलते कार्यकर्ताओं और आमजन को जनसुनवाई का पता नहीं चल पाया। बताया जाता है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और सह प्रभारी विवेक बंसल चर्चा कर जनसुनवाई का रोस्टर तैयार करेंगे, उसके बाद ही पीसीसी में नियमित सुनवाई होगी। इससे पहले 7 अक्टूबर को मंत्री बीडी कल्ला ने जनसुनवाई की थी।