उन्होंने कहा कि कार्रवाई में विभाग के निर्दोष अफसरों को डरने की जरूरत नहीं है। मंत्री ने कहा कि इंस्पेक्टरों और अफसरों के काफी परिजन आज सुबह उनसे आकर मिले हैं, जिन्होने अपनी बात रखी है। इस मामले में आरटीओ डीटीओ की बैठक भी बुलाई है और किसी भी निर्दोष को डरने की जरूरत नहीं है। विभाग के किसी भी अफसर कर्मचारी को उनके पास आकर अपनी बात कहने का आने का अधिकार है। अधिकारी के घर पर एसीबी आती है तो वो खुलकर जवाब दें, डरने की जरूरत नही है। लोकतंत्र में हर किसी को असहमति दर्ज करवाने का हक है। इसलिए वो हमारे पास आए हैं।
वहीं बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा कि परिवहन विभाग के 90 फीसदी अफसर कर्मचारी भ्रष्ट, ऊपर तक मंथली पहुंचाते हैं, आबकारी को देखलो, खान विभाग को देख लो, सब भ्रष्ट हैं, पुलिस के अफसरों की स्थति देख लो, सब जगह भ्रष्टाचार है, मैं तो कहता हूं दाल में काला नहीं पूरी दाल ही काली है।