दरअसल आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश में जिंसों की खरीद को लेकर सवाल पूछा था। इस पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने जवाब देते हुए कहा कि भारत सरकार के द्वारा खरीद की स्वीकृति दी जाती है। गेहूं, चना, जो आदि की खेती खरीद होती है। इस बार बाजरे की खरीद को बंद कर दिया गया है। बाजार भाव एमएसपी से ज्यादा होने के चलते राज्य सरकार ने बाजरे की खरीद बंद कर दी है।
इस पर नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि 22 जिन्स में से केवल चुनिंदा जिंस खरीदी गई, क्या बाकी जिंसों के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा है। इस पर मंत्री ने कहा कि इनमें से कई फसलें राजस्थान में पैदा नहीं होती है जिन फसलों में किसानों को नुकसान की संभावना ज्यादा रहती है वह खरीदी जाती है।
बाजरे की खरीद की अनुमति केंद्र सरकार नहीं दे रही है, केंद्र सरकार अपने स्तर पर ही बाजरा खरीद के लिए कह रही है। राज्य सरकार अपने स्तर पर बाजरा खरीदने में सक्षम नहीं है। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बाजरे की खरीद के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को कब पत्र लिखा और केंद्र सरकार का जवाब ना में कब आया।
इस पर मंत्री सही से जवाब नहीं दे पाए और गोलमोल जवाब देने लगे। मंत्री सदन को यह नहीं बता पाए कि राज्य सरकार ने बाजरा खरीद के लिए केंद्र सरकार को कब पत्र लिखा था। इसपर नेता प्रतिपक्ष ने आपत्ति की। विधानसभा स्पीकर ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया, जिस पर मंत्री ने कहा कि पत्र लिखने को लेकर अवगत करा दिया जाएगा जिसके बाद स्पीकर ने अगला सवाल पुकार लिया।