अवाक्स की मदद से दिया चकमा
अप्रैल 2000 में भारतीय एयरफ़ोर्स ने रूस से दो ए-50 अवाक्स (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल) एयरक्राफ्ट खरीदे थे। यह रडार सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के लिए काफी अहम था। यह दुश्मन के एयरफोर्स बेस की गतिविधियों, रडार सिस्टम, मिसाइल की तैनाती पर नजर रखता है। उस समय पाकिस्तान के रिटायर्ड एयर मार्शल अयाज अहमद खान ने पाकिस्तान के लिए खतरनाक बताया था। उनकी बातें आखिरकार सच साबित हुईं जब अवाक्स की मदद से पाकिस्तान को चकमा देने में सफल हुआ।
अप्रैल 2000 में भारतीय एयरफ़ोर्स ने रूस से दो ए-50 अवाक्स (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल) एयरक्राफ्ट खरीदे थे। यह रडार सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के लिए काफी अहम था। यह दुश्मन के एयरफोर्स बेस की गतिविधियों, रडार सिस्टम, मिसाइल की तैनाती पर नजर रखता है। उस समय पाकिस्तान के रिटायर्ड एयर मार्शल अयाज अहमद खान ने पाकिस्तान के लिए खतरनाक बताया था। उनकी बातें आखिरकार सच साबित हुईं जब अवाक्स की मदद से पाकिस्तान को चकमा देने में सफल हुआ।
सटीक बमबारी…
मिराज सटीक हमले के लिए लेजर गाइडेड वज्र (अरकोल 1000 किलो) से युक्त है। आत्मरक्षा के लिए हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी। अंधेरे में भी हमला..
रात में हमले के लिए नाइट विजन ग्लास कॉकपिट है। जो दोस्त और दुश्मन की पहचान के लिए आइएफएफ (आइडेंटिफिकेशन फो एंड फ्रेंड सिस्टम) से लैस है।
मिराज सटीक हमले के लिए लेजर गाइडेड वज्र (अरकोल 1000 किलो) से युक्त है। आत्मरक्षा के लिए हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी। अंधेरे में भी हमला..
रात में हमले के लिए नाइट विजन ग्लास कॉकपिट है। जो दोस्त और दुश्मन की पहचान के लिए आइएफएफ (आइडेंटिफिकेशन फो एंड फ्रेंड सिस्टम) से लैस है।
खामोशी से हमला
यही नीचे उड़ान भरकर दुश्मन के इलाके में गहराई तक घुस सकता है। चंद मिनट में ६० हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। हथियार…
मिराज 2000 में हथियारों के लिए नौ हार्डपॉइंट (जगह) दिए गए हैं।
पांच प्लेन के नीचे और दो-दो दोनों तरफ के पंखों पर दिया गया है।
यही नीचे उड़ान भरकर दुश्मन के इलाके में गहराई तक घुस सकता है। चंद मिनट में ६० हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। हथियार…
मिराज 2000 में हथियारों के लिए नौ हार्डपॉइंट (जगह) दिए गए हैं।
पांच प्लेन के नीचे और दो-दो दोनों तरफ के पंखों पर दिया गया है।
हर बार कारगर साबित हुआ
करगिल में भी शुरुआत दिनों जब मिग घुसपैठियों की सटीक बमबारी नहीं कर पा रहे थे तो मिराज ने ही लेजरगाइडेड बम गिराकर दुश्मनों को हिलाकर रख दिया था। श्रीलंकाई में भी जाफना प्रकरण के दौरान महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
करगिल में भी शुरुआत दिनों जब मिग घुसपैठियों की सटीक बमबारी नहीं कर पा रहे थे तो मिराज ने ही लेजरगाइडेड बम गिराकर दुश्मनों को हिलाकर रख दिया था। श्रीलंकाई में भी जाफना प्रकरण के दौरान महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।