वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर वादा खिलाफी के मुद्दे पर भाजपा सदस्यों ने हंगामा किया। इन सदस्यों ने किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी मामले में सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। इस शोर-शराबे की वजह से विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
बेनीवाल ने गुर्जर आरक्षण का मुद्दा उठाया और बाद में बेनीवाल के साथ ही रालोपा की विधायक इंद्रा और बसपा के राजेन्द्र सिंह गुढा, जोगिन्दर सिंह अवाना सहित चार सदस्य भी आसन के आ गए और गुर्जरों को आरक्षण के लिए दिल्ली सरकार को प्रस्ताव भेजने की मांग करने लगे।
इस दौरान बसपा एवं रालोपा के सदस्य आसन के आगे धरने पर भी बैठे । इस दौरान करीब आधा घंटा नारेबाजी और शोरगुल होता रहा और सदन कार्यवाही भी चलती रही लेकिन बाद में डॉ जोशी ने एक बजे सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी।
किसान कर्जमाफी पर भी हंगामा
इससे पहले शून्य काल में भाजपा सदय गुलाब चंद कटारिया ने किसानों के संपूर्ण कर्जे माफ करने की मांग करते हुए कहा कि किसानों के साथ यह धोखा हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि वह स्पष्ट कर दे कि सरकार कितने लाख किसानों का कितने करोड़ रुपए का कर्जा माफ करेगी।
इससे पहले शून्य काल में भाजपा सदय गुलाब चंद कटारिया ने किसानों के संपूर्ण कर्जे माफ करने की मांग करते हुए कहा कि किसानों के साथ यह धोखा हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि वह स्पष्ट कर दे कि सरकार कितने लाख किसानों का कितने करोड़ रुपए का कर्जा माफ करेगी।
इस पर हस्तक्षेप करते हुए स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय पचास हजार रुपए किसानों के माफ करते समय यह नहीं बताया गया। इस पर विपक्षी सदस्यों ने इसका विरोध एवं किसानों के संपूर्ण कर्ज माफ को लेकर जोर जोर से बोलने पर शोरगुल हुआ।
इसके बाद विपक्षी सदस्य आसन के आगे आकर नारेबाजी करने लगे, भाजपा सदस्यों ने कर्जमाफी धोखा है धोखा हैं, किसानों का पूरा कर्जा माफ करों के नारे लगाते रहे।