बताया जा रहा है कि बोर्ड की अलग-अलग योजनाओं में 30 लाख व 20 लाख रुपए में ये मकान आवंटित किए जाएंगे। इस आवंटन से बोर्ड के मकान तो बिकेंगे, मगर उसे आर्थिक हानि की बात सामने आई थी। ऐसे में यह कमेटी मंडल को दिए जाने वाले कम्पनसेशन का आकलन के करेगी। प्रमुख सचिव यूडीएच भास्कर सावंत ही आवासन मंडल के अध्यक्ष हैं। ऐसे में मंडल को नुकसान की संभावना न के बराबर है।
इन योजनाओं में दरें की निर्धारित आवासन मंडल की जयपुर के मानसरोवर में अरावली एनक्लेव, द्वारिका ट्वीन्स व द्वारिका रेजीडेंसी में सभी शुल्क सहित 30 लाख रुपए प्रति मकान दर रखी गई है, जबकि जयपुर की ही प्रताप नगर योजना में व्यास अपार्टमेंट और सरस्वती अपार्टमेंट में सभी शुल्क सहित 20 लाख रुपए का मकान मिलेगा। विभाग के आदेश के मुताबिक यह सुविधा मंडल की विशिष्ट पंजीकरण योजना से प्राप्त सुविधा से अलग होगी।
शपथ पत्र नहीं लेगा इन मकानों के आवंटन में मंडल की ओर से वह शपथ भी नहीं लिया जाएगा, जिसमें आवेदक के स्वयं या उनके परिवार के नाम मकान नहीं होने का खुलासा होगा। जयपुर शहर में मकान नहीं होने के सबंध में भी शपथ पत्र नहीं लिया जाएगा। कमेटी के फैसले की पालना 30 दिन में करनी होगी और इसके बारे में पालना रिपोर्ट आवासन मंडल यूडीएच को भेजेगा।