जयपुरPublished: Oct 27, 2022 05:32:47 pm
Anand Mani Tripathi
बायोडिग्रेडेबल मटेरियल पॉली लैक्टिक एसिड से ड्रोन तैयार किया। इससे बना ड्रोन खराब होने के छह महीने बाद मिट्टी में बदल जाएगा।
मदन मोहन मालवीय टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी MMMUT गोरखपुर के छात्रों ने ऐसा ड्रोन तैयार किया है, जो धरती पर प्लास्टिक और जमीन की उर्वरा को नुकसान पहुंचाने वाला कबाड़ बनने के बजाय मिट्टी के साथ घुल-मिल जाएगा। कार्बन फाइबर से बने परंपरागत ड्रोन कबाड़ होने के बाद मिट्टी में 50 साल तक दबाकर रखने पर भी नष्ट नहीं होते। ये खतरनाक कार्बनिक रसायन छोड़ते हैं। इससे पर्यावरण प्रदूषण के साथ ऐसी जमीन पर उपजने वाली फसलों से कैंसर की आशंका रहती है।