मनरेगा बनी तारणहार, प्रवासी श्रमिकों को मिल रहा रोजगार
मनरेगा बनी तारणहार
प्रवासी श्रमिकों को मिल रहा रोजगार
मनरेगा बनी तारणहार, प्रवासी श्रमिकों को मिल रहा रोजगार
कोरोना संकट में लॉक डाउन के कारण देश भर में काम.धंधे ठप हो गए। ऐसी परिस्थिति में सिरोही जिले के रेवदर कस्बे समेत समूचे उपखण्ड क्षेत्र में देशावर से कई प्रवासी श्रमिक गांव लौट आए तो रोजगार की चिंता सताने लगी थी। ऐसे में सरकार ने मनरेगा में ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न कार्य स्थलों पर रोजगार मुहैया करवा प्रवासी श्रमिकों को राहत दी। उपखण्ड क्षेत्र के रेवदर में 5, दौलपुरा में 45, बासन में 11, सेलवाड़ा में 40 प्रवासी श्रमिक कार्यरत हैं। मनरेगा ने एक बार फिर प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है। ग्रामीणों का कहना है की लॉकडाउन के बाद खेती में भी भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में मनरेगा में रोजगार मिलने से आशा की किरण जगी है।
राजस्थान पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय ने आदेश जारी कर प्रवासी मजदूरों को मनरेगा कार्यों में जॉब कार्ड बनाकर जोडऩे की रूपरेखा तैयार की थी। अब घर वापसी कर रहे मजदूरों के लिए मनरेगा रोजी.रोटी का साधन बन रही है। मनरेगा में राजस्थान शीर्ष पर है।
काम के साथ कोरोना से बचाव
मनरेगा कार्यों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। ग्राम पंचायत सरपंच व मेट के माध्यम से सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रमिक कार्यस्थल पर सोशल डिस्टेन्स का पालन करें, मुंह को मास्क या कपड़े से ढककर रखें व हाथ साबुन से धोएं।
श्रमिकों की जुबानी
दौलपुरा ग्राम पंचायत में कार्यरत श्रमिक वगतु देवी कोली ने बताया कि वह अहमदाबाद में एक फैक्ट्री में मजदूरी करती थी। कोरोना महामारी के चलते काम.धंधे ठप हो गए थे। ऐसे में हम परिवार सहित गांव आ गए थे। अब यहां मनरेगा में कार्य कर रहे हैं।
. सेलवाड़ा ग्राम पंचायत में बबूल कटाई के मनरेगा कार्य में मजदूरी कर रहे रूपाराम ने बताया कि लॉक डाउन से आर्थिक तंगी आ गई थी। ऐसे में मनरेगा से मदद मिल रही है।
. कांग्रेस अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हिमपाल सिंह देवल ने बताया कि मनरेगा योजना कोरोना संकट में राज्य सरकार के आदेश के बाद प्रवासी मजदूरों के लिए डूबते को तिनके का सहारा साबित हुई है।
. दौलपुरा सरपंच सुशीला देवी ने बताया कि मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए ग्राम पंचायत प्रशासन कटिबद्ध है। सोशल डिस्टेन्स के तहत मनरेगा कार्य स्थल पर प्रवासी मजदूर भी कार्य कर रहे हैं।
. सेलवाड़ा उपसरपंच डूंगर सिंह देवड़ा ने बताया कि सुकली सेलवाड़ा बांध परियोजना में पाल पर सोशल डिस्टेन्स के तहत बबूल कटाई का कार्य किया जा रहा है। मनरेगा प्रवासी मजदूरों के लिए वरदान साबित हुई है।