एेसे में पुलिस ( jaipur police )उसे मंदबुद्धि बता रही है। मामला आज सुबह अखेपुरा गांव में सामने आया है। मामले की जांच विश्वकर्मा थाना (vishavkarma thana )पुलिस कर रही है। अलवर के पहलू खां ( pahalu khan )कांड के बाद सरकार ने मॉब लिंचिंग कानून बनाया था। इस कानून के तहत भीड़ किसी व्यक्ति के साथ मारपीट नहीं कर सकती है।
मारपीट कर व्यक्ति को घायल करने या जान से मारने की अवस्था में कानूनी रूप से सजा का भी प्रावधान किया गया है। खास बात यह है कि पिछले कुछ समय से शहर के अलग-अलग हिस्सों में भीड़ द्वारा कभी बच्चा चोर तो कभी कुछ अन्य समझ कर लोगों से मारपीट ( marpit )के मामले सामेन आ रहे है। वहीं सोशल मीडिया ( social media )पर भी कुछ समय से शहर में बच्चों के अपहरण ( apharan news )की खबरें जोरों पर है। एेसे में पुलिस भी सोशल मीडि़या के माध्यम से आमजन से इन अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रही है। अफवाहों से दौर से जरा सी शंका के आधार व्यक्ति को जमकर पीट दिया जाता है जो कि किसी भी रूप में सहीं नहीं है।
पुलिस के अनुसार आज सुबह बाजरे की फसल की कटाई में लगी महिलाओं ने एक युवक को बाजरे में छिपा खेता और हल्ला मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर ग्रामीण जमा हो गए और युवक को जमकर पीटा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को पकड़ कर थाने ले आई। ग्रामीण इलाकों में वर्तमान में बच्चों की अपहरण की हवा भी जोरों पर है। यह भी सामने आया कि युवक को कुछ लोगों ने तीन-चार दिन पहले भी पीटा था इससे उसके सिर में चोट आई हुई है। फिलहाल पुलिस युवक से पूछताछ में जुटी है। युवक की उम्र करीब तीस साल है। वह अपने आप को भीलवाड़ा का रहने वाला बता रहा है।