इसलिए भी बढ़े मोबाइल यूजर्स, ये है राजस्थान की स्थिति लॉकडाउन में बच्चों की आॅनलाइन क्लासेज लगीं, जिसके कारण भी मोबाइल यूजर्स बढ़े हैं। पिछले तीन वर्षों में ग्रामीण घरों में स्मार्टफोन की पहुंच दोगुनी हो गई है। शिक्षा की नवीनतम वार्षिक स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण भारत में स्मार्टफोन की उपलब्धता 2018 में 36.5% थी, जो 2020 में बढ़कर 61.8% और 2021 में 67.6% हो गई। ग्रामीण भारत में कम से कम 27.9% परिवारों ने साल 2021 में अपने बच्चों की शिक्षा के लिए एक नया स्मार्टफोन खरीदा। साल 2019 में यह आंकड़ा 9.1% था। केरल के स्टूडेंटस के पास सबसे ज्यादा स्मार्टफोन की उपलब्धता है। यहां यह प्रतिशत 97.5 है, वहीं हिमाचल प्रदेश में 95.6%, मणिपुर और नागालैंड में 92.9%, और पंजाब में 89.9% छात्रों के पास स्मार्ट फोन हैं। बिहार में 54.4% छात्रों के पास स्मार्टफोन था, पश्चिम बंगाल में यह आंकड़ा 58.4% था और उत्तर प्रदेश में यह 58.9% था। वहीं राजस्थान में यह आंकड़ा 33.4% है।
अरबों का एप बाजार मोबाइल के उपयोग के साथ ही एप्स का बाजार भी बढ़ने लगा है। पिछले साल लोगों ने डेटिंग एप पर 4.2 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च किए। यह आंकड़ा 2020 की तुलना में 55 फीसदी ज्यादा है। वैसे पिछले साल दुनियाभर में मोबाइल यूजर्स ने सारे एप्स पर 170 अरब डॉलर खर्च किए हैं। यह 2020 के मुकाबले 19 फीसदी ज्यादा है। दुनियाभर के मोबाइल यूजर्स ने सबसे ज्यादा समय फेसबुक , टिकटॉक व यू-ट्यूब पर बिताए। हर 10 में से 7 मिनट इन्हीं एप पर बिताए गए। इन टिकटॉक सबसे आगे रहा।
भारत टॉप उपभोक्ताओं में
ब्राजील, इंडोनेशिया और द. कोरिया के लोगों ने मोबाइल पर एक दिन में 5 घंटे समय बिताए। इसके बाद मैक्सिको, भारत और जापान है। अमरीकी 4.1 घंटे मोबाइल पर बिताते हैं, जो टीवी देखने के समय 3.1 घंटे से ज्यादा है।