ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय में शक्ति अभियान की शुरुआत, शक्तिएप की दी जानकारी प्रतापगढ़ के धरियावद में कांग्रेस के शक्ति अभियान की शुरुआत ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय में हुई। विधानसभा प्रभारी शंकरलाल यादव एव कांग्रेस जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह राणावत ने इसकी शुरुआत की। शक्ति अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष राणावत ने कहा की अभियान के जरिये कांग्रेस पार्टी देश की जनता से सीधी जुड़ेगी तथा सीधा संवाद होगा। उन्होंने 15 से 30 मार्च तक द्वितीय चरण में अधिकाधिक जनता को इस एप से जोड़ने का आह्वान किया।
70 लाख की लागत से बनेगी पेवर सड़क, 50 लाख की लागत से पुष्कर तहसील कार्यालय बनेगा
पुष्कर में संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत ने आज 1 करोड़ 20 लाख रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। नगर पालिका अध्यक्ष कमल पाठक कानस पंचायत की सरपंच संजू देवी पंचायत समिति सदस्य अशोक सिंह रावत भी इस दौरान मौजूद थे। पुष्कर घाटी से लेकर अनंता रिसोर्ट तक बनने वाली सड़क व पुष्कर तहसील कार्यालय के समीप उप कोषागार कार्यालय भवन निर्माण की आधारशिला रखी गई।
पुष्कर में संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत ने आज 1 करोड़ 20 लाख रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। नगर पालिका अध्यक्ष कमल पाठक कानस पंचायत की सरपंच संजू देवी पंचायत समिति सदस्य अशोक सिंह रावत भी इस दौरान मौजूद थे। पुष्कर घाटी से लेकर अनंता रिसोर्ट तक बनने वाली सड़क व पुष्कर तहसील कार्यालय के समीप उप कोषागार कार्यालय भवन निर्माण की आधारशिला रखी गई।
रुण्डेडा की रंग तेरस कल, मेवाड़ी पोशाक में सज धज कर खेलेंगे गैर
उदयपुर में रंग तेरस रूण्डेडा में कल मनाई जाएगी । रंग तेरस रुन्डेडा का मुख्य त्यौहार है । इस दिन पूरे गाँव को सजाया जाता है हर घर में पकवान बनते है । दिन भर रंग गुलाल से खेलने के बाद सज धज कर सभी ग्रामीण मंदिर के वृत्ताकार में हाथो में खांडे लेकर ढोल की थाप गैर नृत्य करते है । यहां इस त्योहार को अनोखे तरीके से मनाया जाता है। खड्डा में पीली मिट्टी डालकर गीली मीट्टी से एक दूसरे को भिगोया जाता है । वही देर शाम को मेवाड़ी पोशाक में सजधजकर हाथो में खांडा लेकर गैर खेलते है वही महिलाये बीच में सर पर लौठा लिए घूमर नृत्य करते है ।
उदयपुर में रंग तेरस रूण्डेडा में कल मनाई जाएगी । रंग तेरस रुन्डेडा का मुख्य त्यौहार है । इस दिन पूरे गाँव को सजाया जाता है हर घर में पकवान बनते है । दिन भर रंग गुलाल से खेलने के बाद सज धज कर सभी ग्रामीण मंदिर के वृत्ताकार में हाथो में खांडे लेकर ढोल की थाप गैर नृत्य करते है । यहां इस त्योहार को अनोखे तरीके से मनाया जाता है। खड्डा में पीली मिट्टी डालकर गीली मीट्टी से एक दूसरे को भिगोया जाता है । वही देर शाम को मेवाड़ी पोशाक में सजधजकर हाथो में खांडा लेकर गैर खेलते है वही महिलाये बीच में सर पर लौठा लिए घूमर नृत्य करते है ।