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BRO Cafe: बॉर्डर के दूरस्थ इलाकों में सड़क किनारे खुलेंगे ‘बीआरओ कैफे’

locationजयपुरPublished: Jun 23, 2022 07:49:47 am

Submitted by:

Aryan Sharma

पर्यटकों को होगी सहूलियत : 12 राज्यों में 75 लोकेशन का चयन, रोजगार भी बढ़ेगा

चीन-पाकिस्तान सीमा के दूरस्थ इलाकों में सड़क किनारे खुलेंगे 'बीआरओ कैफे'

चीन-पाकिस्तान सीमा के दूरस्थ इलाकों में सड़क किनारे खुलेंगे ‘बीआरओ कैफे’

नई दिल्ली. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) अब पाकिस्तान और चीन बॉर्डर के दूरस्थ तथा दुर्गम इलाकों की सड़कों पर कैफे भी खोलेगा। इन्हें ‘बीआरओ कैफे’ कहा जाएगा। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 12 राज्यों और संघशासित प्रदेशों में बीआरओ 75 लोकेशन पर कैफे खोलेगा। बॉर्डर इलाके में कमर्शियल एक्टिविटी को बढ़ाने और पर्यटकों को मूलभूत सुविधा देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इससे बॉर्डर इलाके में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार के मौके भी पैदा होंगे।
बीआरओ की पहुंच बॉर्डर के दूर दराज के इलाकों तक है। बीआरओ सेना की सामरिक जरूरतें पूरी करने के साथ चीन और पाकिस्तान बॉर्डर के पास रहने वाले लोगों के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए भी काम कर रहा है। इससे ऐसे इलाके, जो पहुंच से बाहर माने जाते थे, वहां भी पर्यटक पहुंच रहे हैं। यानी अब यहां के दर्शनीय स्थलों में पर्यटकों की आमद बढ़ी है, जो अब तक दुर्गम थे। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक बॉर्डर इलाकों की विषम भौगोलिक परिस्थितियों और कठिन मौसम में पर्यटकों को सुविधा देने के लिए कैफे पीपीपी मॉडल पर बनेंगे।

ये सुविधाएं होंगी
सीमावर्ती इलाकों में कैफे के लिए लाइसेंस दिया जाएगा। यह 15 साल के लिए होगा। इसे 5 साल बढ़ाया जा सकता है। बीआरओ कैफे में पार्किंग, फूड प्लाजा, रेस्ट रूम, मेडिकल रूम की सुविधा होगी। यानी अगर आप बॉर्डर इलाकों में ट्रैवल कर रहे हैं तो कुछ समय बाद आपको इसकी चिंता नहीं करनी पड़ेगी कि रास्ते में कहां कुछ देर रुककर आराम किया जा सकता है।

कहां कितने
बीआरओ 75 कैफे में से 19 अरुणाचल प्रदेश, 12 जम्मू-कश्मीर, 14 लद्दाख, 11 उत्तराखंड, 7 हिमाचल प्रदेश, 5 राजस्थान, 2 असम, और 1-1 नगालैंड, पंजाब, सिक्किम, मणिपुर तथा पश्चिम बंगाल में खोलेगा।

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