दीदार कीजिए अच्छे से मोनालिसा की दिलकश मुस्कान का
जयपुरPublished: Oct 09, 2019 09:17:50 am
फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित लूव्र म्यूजियम में बदला गया मोनालिसा का वॉटरप्रूफ कांच, पहले से साफ नजर आएगी यह खूबसूरत मुस्कान
मोनालिसा की मोहक मुस्कान की पूरी दुनिया दीवानी है। इस दिलकश मुस्कान पर हर कोई इस कदर फिदा है कि आज भी किसी की सुंदर मुस्कान की तुलना लियोनार्डो द विंची की कलाकृति मोनालिसा की मुस्कान से ही की जाती है। पंद्रहवी शताब्दी में बनी यह पेटिंग आज दुनिया के सबसे बड़े म्यूजियम फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित लूव्र में दर्शकों को लुभा रही है। इसे ही देखने के लिए लूव्र में लंबी-लंबी कतारें लगती हैं और लोग इसके साथ एक फोटो खिंचाने के लिए लालायित रहते हैं। अब इसके दीदार के उत्सुक दर्शकों के लिए खास खुशखबरी है। वे मोनालिसा की मुस्कान को और साफ तरीके से निहार पाएंगे। म्यूजियम ने एक नया बुलेट प्रूफ कांच दुनिया की इस सबसे प्रसिद्ध पेंटिंग की सुरक्षा के लिए लगाया है। खास बात यह है कि यह कांच पहले की तुलना में कहीं अधिक ट्रांसपेरेंट यानी पारदर्शी है। दरअसल मोनालिसा के चेहरे पर 1950 की शुरुआत में किसी शरारती दर्शक ने एसिड फेंक दिया था और इसे नष्ट करने की कोशिश की थी, तब से सुरक्षा की दृष्टि से इसे एक बुलेट प्रूफ कांच में बंद करके रखा हुआ है, जिसे समय-समय पर बदला भी गया है। वैसे इसके बाद भी इस पेंटिंग को खराब करने के कई प्रयास हो चुका हैं, जो म्यूजियम के सुरक्षा अधिकारियों द्वारा विफल कर दिए गए हैं। म्यूजियम में 16वीं शताब्दी के इटेलियन आर्ट के क्यूरेटर विसेंट डेलियुविन के मुताबिक, हाल के कुछ सालों में ग्लास तकनीक में काफी सुधार आया है। पेंटिंग पर लगा 15 साल पुराना बुलेट प्रूफ ग्लास दर्शकों को इसे निहारने की राह में बाधा था। अब मोनालिसा को बेहद साफ और पारदर्शी ग्लास के पीछे रखा गया है, जिससे ऐसा लगता है कि नहीं है कि आपकी आंखों और मोनालिसा के बीच कांच की कोई दीवार है भी।
आगामी 24 अक्टूबर से लूव्र लियानार्डो द विंची की 500वीं पुण्यतिथि के मौके पर उनके कामों की एक प्रदर्शनी की शुरुआत करेगा। इस प्रदर्शनी में करीब 120 कलाकृतियां रखी जाएंगी, जिनमें पेंटिंग्स, ड्रॉइंग्स, स्क्ल्पचर और मैन्युस्क्रिप्ट्स शामिल हैं। हालांकि मोनालिसा अपनी पुरानी जगह लूव्र के डेनोन विंग में ही रहेगी।