मानसून 30 जून की रात या फिर एक जुलाई को Rajasthan में प्रवेश कर जाएगा। अनुकूल माहौल बनने और गुजरात के बाद मध्यप्रदेश में भी मानसून के प्रवेश के बाद राजस्थान में भी दो दिन में प्रवेश कर जाएगा। इससे प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र के सात जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट ( Heavy Rain Alert ) जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसारमानसून गुजरात में द्वारका, अहमदाबाद, जबलपुर होते हुए झालावाड़ के रास्ते राजस्थान में प्रवेश करेगा। मानसून की हवा तेजी से अनुकूल है। जो 29 जून को और मजबूत होने की संभावना है। इसको देखते हुए 30 जून की रात या फिर एक जुलाई को कुछ जगहों पर भारी बारिश के साथ Monsoon का प्रवेश हो जाएगा। इसके गहरा होने पर कोटा, बूंदी में अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम से तेज बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान कई स्थानों पर 30 से 40 किमी की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती है। शनिवार को सीकर, झुंझुनूं, अजमेर, अलवर, दौसा, कोटा, जयपुर, सिरोही, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, चितौडगढ़़, झालावाड़, प्रतापगढ़, उदयपुर, राजसमंद, सवाई माधोपुर जिला प्रभावित होगा।
मुंबई में शुक्रवार को मानसून की पहली बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई। पहली ही बारिश में यहां सडक़ों पर पानी भर गया है। इसका असर ट्रैफिक और लोकल ट्रेन पर भी दिखा। साथ ही करंट लगने से 3 लोगों की मौत हो गई।
कोटा के सुल्तानपुर क्षेत्र में शुक्रवार शाम 5 बजे तेज अंधड़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। आधा दर्जन से अधिक गांवों में क ई घरों के चद्दर, कवेल्हू उड़ गए। मुख्य सडक़ मार्ग पर पेड़ टूटकर गिरने से स्टेट हाइवे 70 सहित अन्य रास्ते जाम हो गए। करीब 15 मिनट बारिश भी हुई। कस्बे में स्टेट हाइवे 70 पर पेड़ गिरने से यातायात आधा घंटे अवरुद्ध रहा। इसी तरह खेड़लीतंवरान व नीमली गांव के बीच भी सडक़ पर कई पेड़ टूट जाने से आवागमन में परेशानी हुई।
सीकर के गणेश्वर में करीब 30 मिनट तक झमाझम हुई। चूरू जिले में शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। इधर मौसम विभाग ने भी प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश होने की आशंका जताई है। झुंझुनूं में 16 एमएम बरसात दर्ज की गई। वहीं चूरू में शाम करीब सवा चार बजे मध्यम दर्जे की बारिश शुरू हो गई। सीकर में सुबह से तेज उमस रही हालांकि आसमान में बादलों का डेरा था।