मौसम विभाग की मानें तो हवा की दिशा में बदलाव हो जाने से तापमान गिर रहा है। हवा का रुख दक्षिण पश्चिम से बदलकर उत्तर-पश्चिम हो गया है। इसी के साथ राजस्थान के ऊपर प्रति चक्रवात के असर से नमी में भी गिरावट का सिलसिला का शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को जयपुर सहित 21 जिलों से मानसून विदाई की घोषणा कर दी है। इसमें गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, झुझुंनू, सीकर, अलवर, जयपुर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, बाड़मेर, जालौर, पाली, अजमेर, टोंक, सवाईमाधोपुर और करौली शामिल हैं।
बता दें कि 58 वर्षों का रेकॉर्ड तोड़ते हुए मानसून की विदाई 9 अक्टूबर को उत्तरी राजस्थान से शुरु हुई। मानसून की यह अब तक की सबसे विलम्ब से रवानगी है। इससे पहले वर्ष 1961 में मानसून 1 अक्टूबर को लौटा था। इस साल मानसून प्रदेश पर मेहरबान रहा। प्रदेश में इस साल मानसून की औसतन बारिश 583.6 मिलीमीटर हुई। सामान्य बारिश का औसत 415 मिमी है। यानी 40 प्रतिशत अधिक बारिश। तीन जिले अलवर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में ही बारिश का टोटा रहा। 9 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश, 12 जिलों में सामान्य से बहुत अधिक।