नया परिसंचरण तंत्र भी होगा सक्रिय
जयपुर मौसम विभाग केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि आगामी दिनों में बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाएं प्रभावी होने से मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है। इसके साथ ही एक नया परिसंचरण तंत्र सक्रिय होने से बुधवार से जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर संभाग में मध्यम से तेज दर्जे की बारिश होने की संभावना है। जबकी भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभाग में भारी और कुछ इलाकों में अति भारी होने की संभावना है।
फिलहाल सूर्यदेव की तपिश हावी
बीते चार दिनों से प्रदेश में गर्मी का सितम और उमस ने आमजन को काफी परेशान किया है। इस वजह से लगातार पारे में बढ़ोतरी का दौर देखने को मिल रहा है। पारा 45 डिग्री से अधिक दर्ज होने के साथ ही उमस से दिन के साथ रात भी आमजन को परेशान कर रही है। अब देखना होगा की मौसम विभाग की भविष्यवाणी मानसून को लेकर कितनी सटीक बैठती है।
बीते पांच साल के आंकड़े
2021 में 18 जून को मानसून का प्रवेश
2020 में 24 जून को मानसून का प्रवेश
2019 में 2 जुलाई को मानसून का प्रवेश
2018 में 26 जून को मानसून का प्रवेश
2017 में 27 जून को मानसून का प्रवेश