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समय से पहले आया मानसून, अब तक 4% कम हुई बारिश

locationजयपुरPublished: Jun 25, 2022 10:15:28 pm

Submitted by:

Anand Mani Tripathi

दक्षिण-पश्चिम मानसून 30 जून से 6 जुलाई के बीच देश को पूरी तरह कवर कर सकता है। हालांकि, मौसम विज्ञान विभाग ने इस बारे में सटीक तारीख नहीं बताई है, लेकिन अनुमान है कि पश्चिमोत्तर राज्यों में मानसून इस माह के अंतिम सप्ताह से सक्रिय होने लगेगा। पश्चिमोत्तर राज्यों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में मानसून आ चुका है। इस बार मानसून ने सामान्य तारीख से पहले 29 मई को केरल में दस्तक दी थी। शुरुआत में उसकी रफ्तार धीमी रही, पर मध्य जून से अच्छी बारिश से इसकी भरपाई काफी हद तक पूरी हो गई। देशभर में शुक्रवार तक औसत से 4 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। इस समय मानसून की उत्तरी सीमा गुजरात के पोरबंदर और वडोदरा, मध्यप्रदेश के शिवपुरी व रीवा और उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के चुर्क से गुजर रही है।

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दक्षिण-पश्चिम मानसून 30 जून से 6 जुलाई के बीच देश को पूरी तरह कवर कर सकता है। हालांकि, मौसम विज्ञान विभाग ने इस बारे में सटीक तारीख नहीं बताई है, लेकिन अनुमान है कि पश्चिमोत्तर राज्यों में मानसून इस माह के अंतिम सप्ताह से सक्रिय होने लगेगा। पश्चिमोत्तर राज्यों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में मानसून आ चुका है। इस बार मानसून ने सामान्य तारीख से पहले 29 मई को केरल में दस्तक दी थी। शुरुआत में उसकी रफ्तार धीमी रही, पर मध्य जून से अच्छी बारिश से इसकी भरपाई काफी हद तक पूरी हो गई। देशभर में शुक्रवार तक औसत से 4 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। इस समय मानसून की उत्तरी सीमा गुजरात के पोरबंदर और वडोदरा, मध्यप्रदेश के शिवपुरी व रीवा और उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के चुर्क से गुजर रही है।

संभावना

17-24 जून

13-16 जून

दिल्ली

2 जून

राजस्थान

उत्तर प्रदेश

31 मई-01 जून

30 जून

गुजरात

मध्यप्रदेश

प. बंगाल

महाराष्ट्र

13-15 जून

10 जून

ओडिशा

छत्तीसगढ़

31 मई-9 जून

कर्नाटक

तमिलनाडु

केरल

पूर्वोत्तर में 5 दिन भारी बारिश की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिन में पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम व त्रिपुरा में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इनमें असम और मेघालय बाढ़ से जूझ रहे हैं। असम में बाढ़, भूस्खलनों की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 108 पर पहुंच गई है।

मध्य जून की बारिश ने किया कोटा पूरा
जून के पहले पखवाड़े में मानसून की सुस्त चाल के बाद 15 जून से देश में बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं। देश में 16 से 22 जून के बीच औसत से 45% अधिक बारिश देखी गई। इसके कारण 22 जून तक देश में 106 मिमी औसत की अपेक्षा 105.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। देश के पूर्वोत्तर में औसत से 120%, पूर्वी क्षेत्र में 77% व दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में 29% अधिक वर्षा हुई। इससे पहले एक से 11 जून के बीच 43 प्रतिशत कम बारिश हुई।

बेहतरी के बावजूद कुछ क्षेत्रों में कमी

बेहतरी के बावजूद पूर्वी राज्यों और मध्य भागों में भारी कमी है। मणिपुर, झारखंड व ओडिशा में लगभग 35-40 प्रतिशत बारिश की कमी है। गुजरात 47% बारिश की बड़ी कमी से जूझ रहा है। महाराष्ट्र में 39% और छत्तीसगढ़ में 37% कम पानी बरसा है। दक्षिण राज्यों में हालांकि बारिश की स्थिति में सुधार हुआ है, पर केरल 57% वर्षा की कमी से जूझ रहा है। कर्नाटक में भी 21% बारिश की कमी है। उत्तर प्रदेश में 75% और उत्तराखंड में करीब 62% बारिश की कमी बनी हुई है।

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