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राजस्थान में इस बार मानसून नहीं रहा ज्यादा असरदार, 11 साल में तीसरी बार सबसे कम बारिश हुई

locationजयपुरPublished: Sep 28, 2020 02:44:27 pm

प्रदेश में मानसून की विदाई के तहत सोमवार से पश्चिमी राजस्थान से मानसून का विदा होना तय है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी एक सप्ताह में पूर्वी राजस्थान से मानसून का विदा हो जाएगा।

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जयपुर। प्रदेश में मानसून की विदाई के तहत सोमवार से पश्चिमी राजस्थान से मानसून का विदा होना तय है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी एक सप्ताह में पूर्वी राजस्थान से मानसून का विदा हो जाएगा। इससे एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। गर्मी बढ़ने के साथ तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज होगी। इससे सूर्यदेव के तेवर तीखे होने से आमजन को परेशान होना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए कहीं भी बारिश के लिए अलर्ट जारी नहीं किया है।

नहीं रहा मानसून असरदार:
प्रदेश में तीन महीने छह दिन रहा मानसून प्रदेश में इस बार ज्यादा असरदार नहीं रहा। अब तक प्रदेश में मानूसनी सीजन में पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में 519.23 एमएम बारिश हो चुकी है। यह आंकड़ा प्रदेश की मानसून की सामान्य बारिश से भी कम है। यानि इस बार सामान्य से 0.15 फीसदी कम बारिश प्रदेश में हुई। मानूसनी सीजन में प्रदेश की सामान्य बारिश की बात की जाए तो यह 521 एमएम है।

इससे पहले 2009 में सबसे कम 378 एमएम बारिश हुई थी। यानी 11 साल में तीसरी बार सबसे कम बारिश हुई है। इस बार राजस्थान में 0.72 फीसदी बारिश कम हुई है। जिलों की बात करें तो 17 जिलों में बारिश कम हुई है। 16 जिले ऐसे हैं, जहां बारिश सामान्य से अधिक दर्ज की गई। प्रदेश में जैसलमेर में सर्वाधिक 91 फीसदी बारिश हुई है। वहीं, धौलपुर में सबसे कम 35 फीसदी बारिश हुई है। पिछले साल 2019 में सर्वाधिक 747 एमएम बारिश हुई थी।

यहां हुई बारिश:
आज सुबह तक अजमेर के नारायणसागर में 32 एमएम, टोंक में 38 श्रीनगर में 18, बारां में 6, भरतपुर के नगर में 14, भीलवाड़ा के अरवर डेम में 31, पठान टैंक में 30 एमएम बारिश हुई। सोमवार सुबह राजधानी का तापमान 30 डिग्री सेल्यियस दर्ज किया गया। वहीं कल यह 34.6 दर्ज किया गया। बीते दिन का सबसे अधिक तापमान श्रीगंगानगर का 39.2 दर्ज किया गया। वहीं फलौदी का 38.8, चूरू का 38.6, सीकर का 36.0 डिग्री सेल्यियस तापमान दर्ज किया गया।

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