एक्सपर्टस की माने तो सरकार अब दूसरा बुस्टर डोज मतलब चौथी वैक्सीन आमजन को लगाने की तैयारी कर रही है! लेकिन प्रदेश का हाल यह है कि राजस्थान में अभी भी करीब 1.5 % लोगों ने तो पहली वैक्सीन की डोज और 14% से अधिक ने दूसरी डोज नहीं लगवाई है। ऐसे में यह लोग अब कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के लिए खतरा बन गए है। क्योकि चिकित्सक विशेषज्ञों की माने तो वैक्सीन नहीं लेने वाले लोगों के संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है और वह संक्रमित हुए तो मौत भी हो सकती है! और उनसे फिर संक्रमण फैलने का भी खतरा ज्यादा है।
हासिल नहीं हो सका लक्ष्य
प्रदेश में 18+ से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई गई। स्वास्थ्य विभाग ने राजस्थान में कुल 5 करोड़ 14 लाख 95 हजार 402 जनता को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा। लेकिन 5 करोड़ 07 लाख 95 हजार 124 मतलब 98.6% ने पहली डोज और 4 करोड़ 38 हजार 31 हजार 218 मतलब 86.3% जनता ने दूसरी डोज ली। अभी भी 76 लाख से ज्यादा लोगों ने दूसरी डोज नहीं लगवाई है।
12 से 14 साल वैक्सीनेशन लक्ष्य हासिल
कुल लक्ष्य - 29 लाख 87 हजार
पहली डोज - 17 लाख 56 हजार 286 - 58.8%
दूसरी डोज - 98 हजार 167 - 5.6%
15 से 18 साल वैक्सीनेशन
कुल लक्ष्य - 46 लाख 51 हजार
पहली डोज -34 लाख 14 हजार 91 73.4%
दूसरी डोज -24 लाख 5 हजार 306 70.5%
प्रिकॉशन तीसरी डोज कोविड वॉरियर्स
कुल लक्ष्य - 11 लाख 78 हजार 687
तीसरी डोज लगी - 5 लाख 87 हजार 267 49.8%
प्रिकॉशन तीसरी डोज 60+ वैक्सीनेशन
कुल लक्ष्य - 68 लाख 33 हजार
तीसरी डोज लगी - 10 लाख 21 हजार 284 14.9%