जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजीडेंट्स डॉक्टर्स के अध्यक्ष डॉ. मनोहर सियोल ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। कोलकता में जो घटना हुई वह निंदनीय है और उसके आरोपियों को फांसी की सजा मिले इसकी हम मांग करते है। इसके साथ ही हम राज्य सरकार से भी राजस्थान खासकर जयपुर में रेजीडेंट्स डॉक्टरों के सुरक्षा की मांग करते है।
ऑपरेशन टले, अस्पतालों में किया जा रहा अति गंभीर मरीजों को भर्ती… रेजीडेंट्स की स्ट्राइक का असर दिखने लगा है। एसएमएस व अन्य बड़े अस्पतालों में इस समय मरीजों को सीनियर डॉक्टर दवाई देकर इलाज किया जा रहा है। मरीजों को कम से कम भर्ती किया जा रहा है। सिर्फ अति गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। एसएमएस अस्पताल, जनाना अस्पताल, जेके लोन, गणगौरी अस्पताल, जयपुरिया व मेडिकल कॉलेज से संबंधित अन्य अस्पतालों में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कल भी स्ट्राइक के कारण 70 फीसदी मरीजों के आॅपरेशन टले थे। ऐसे में आज भी मरीजों के आॅपरेशन टलना तय है।
एमओ की वैकल्पिक व्यवस्था, फिर भी नहीं संभल रहे हालात.. हड़ताल को देखते हुए सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 50 चिकित्सा अधिकारियों को एसएमएस भेजा गया है। ये सभी एमओ पिछले काफी समय से एपीओ थे। मामले को लेकर एसीएस शुभ्रा सिंह ने आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी डॉक्टर विधिवत पदस्थापन होने तक एसएमएस में सेवाएं देंगे। लेकिन इसके बाद अस्पताल में हालात नहीं संभल रहे है। मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई है।