ये है बाल आयोग—
बाल संरक्षण आयोग बच्चों से जुड़ी सभी तरह की समस्याओं पर सुनवाई करता है। संबंधित मामलों में जैसे उत्पीड़न, शोषण, दुष्कर्म, मारपीट आदि में बच्चे से मिलकर उसे न्याय दिलाने का काम करता है। कुछ मामलों में लंबी सुनवाई चलती है। जिसे लेकर बाल आयोग अंतिम पक्ष तक पीड़ित बच्चे को न्याय दिलाने का प्रयास करता है। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में अलग—अलग दिनों में और तारीख पर सुनवाई कार्यक्रम होता है। इसमें बच्चे के परिजन बच्चे से जुड़ी समस्याओं को दर्ज करते है। जिस पर आयोग नियमानुसार कार्रवाई करता है।
बाल संरक्षण आयोग बच्चों से जुड़ी सभी तरह की समस्याओं पर सुनवाई करता है। संबंधित मामलों में जैसे उत्पीड़न, शोषण, दुष्कर्म, मारपीट आदि में बच्चे से मिलकर उसे न्याय दिलाने का काम करता है। कुछ मामलों में लंबी सुनवाई चलती है। जिसे लेकर बाल आयोग अंतिम पक्ष तक पीड़ित बच्चे को न्याय दिलाने का प्रयास करता है। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में अलग—अलग दिनों में और तारीख पर सुनवाई कार्यक्रम होता है। इसमें बच्चे के परिजन बच्चे से जुड़ी समस्याओं को दर्ज करते है। जिस पर आयोग नियमानुसार कार्रवाई करता है।
इनका कहना है—
—अब तक सात से ज्यादा शिकायतें अलग—अलग स्कूलों से आ चुकी है। जिनमें अधिकांश स्कूल शहर के जाने माने स्कूलों की श्रेणी में शामिल है। सोमवार को आयोग में कमेटी की बैठक है। इसके बाद इन शिकायतों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। और सभी स्कूलों को नोटिस भेजा जाएगा।
जयश्री, सदस्य
बाल संरक्षण आयोग
—अब तक सात से ज्यादा शिकायतें अलग—अलग स्कूलों से आ चुकी है। जिनमें अधिकांश स्कूल शहर के जाने माने स्कूलों की श्रेणी में शामिल है। सोमवार को आयोग में कमेटी की बैठक है। इसके बाद इन शिकायतों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। और सभी स्कूलों को नोटिस भेजा जाएगा।
जयश्री, सदस्य
बाल संरक्षण आयोग