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रतनपुर चेक पोस्ट पर पहुंचे साढ़़े तीन सौ से ज्यादा लोग

locationजयपुरPublished: Apr 30, 2020 05:10:41 pm

Submitted by:

jagdish paraliya

स्क्रीनिंग कर होम क्वारेंटाइन की मुहर लगाकर गंतव्य की ओर रवाना किया

More than three and a half people reached Ratanpur check post

Screened and stamped home quarantine and headed to destination

डूंगरपुर. गुजरात, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में रोजगाररत प्रवासियों की घर वापसी का क्रम जारी है। गुजरात सीमा पर स्थित रतनपुर चेकपोस्ट पर बुधवार को साढ़े तीन सौ से अधिक लोग पहुंचे। देर रात तक इक्का दुक्का निजी वाहनों से लोगों के आने का क्रम जारी रहा। इधर, डंूगरपुर में क्वारेंटाइन उत्तरप्रदेश के प्रवासियों ने घर वापसी की मांग को लेकर दूसरे दिन भी अनशन जारी रखा। प्रशासनिक अधिकारी उनकी समझाइश कर रहे हैं। अब उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से अपने नागरिकों को बुलवाने संबंधित गाइड लाइन जारी होने का इंतजार है। रतनपुर चेक पोस्ट से पिछले तीन दिनों के दरम्यान कुल 1555 अप्रवासी पहुंचे। इनमें डूंगरपुर जिले के 142 लोग शामिल हैं। मंगलवार रात 12 बजे से बुधवार शाम छह बजे तक 342 लोग आए हैं। इनमें से 38 महाराष्ट्र से तथा शेष गुजरात से आए हैं। प्रभारी अधिकारी जिला परिषद सीईओ दीपेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि चेकपोस्ट पर तैनात चिकित्सा टीमों ने सभी लोगों की स्क्रीनिंग कर होम क्वारेंटाइन की मुहर लगाकर गंतव्य की ओर रवाना किया। जिला कलक्टर का कहना है कि समझाइश की जा रही है। साथ ही सरकार को भी अवगत करा दिया है।
दूसरे दिन भी प्रवासियों का अनशन
बिछीवाड़ा . पिछले 34 दिनों से बिछीवाड़ा के क्वारेंटाइन सेंटर पर रह रहे उत्तरप्रदेश के प्रवासियों ने बुधवार को भी अनशन जारी रखा। सेंटर पर मौजूद ५८ लोगों ने घर वापसी की मांग करते हुए भोजन का बहिष्कार किया। बुधवार को भी सीईओ राठौड़ सहित एसडीएम राजेश नायक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामजी चंदेल, तहसीलदार पुष्पेंद्रसिंह राजावत आदि ने समझाइश के प्रयास किए, लेकिन प्रवासी घर जाने की जिद्द पर अडे रहे। वहीं उदयपुर में ‘लॉकडाउन से खाने-पीने के लाले पड़ गए। मजदूरी करके पेट भरते थे। जब सब कुछ बंद हो गया तो मजदूरी भी नहीं रही। आखिर में एक ही उम्मीद थी कि अपने घर चले जाए। जैसे-तैसे गुजरात से रास्ता नापकर अपने उत्तरप्रदेश जाने का सफर शुरू किया लेकिन एक महीने से हमे उदयपुर में रोक रखा है। दो बार क्वाराइंटन हो चुुके है लेकिन उत्तरप्रदेश हमारे घर भेजने के लिए अभी तक कोई रास्ता नहीं निकाला गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमे यूपी बुलवा दें, श्रमिकों व परिवारजनों ने बुधवार की शाम को भूख हड़ताल पर उतर गए और कई जनों ने खाना नहीं खाया।Ó
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