धारीवाल ने कहा कि भाजपा खरीद-फरोख्त का धंधा करती है। अंबानी और अडानी का खेल इसमें शामिल है। धारीवाल ने आरोप लगाया कि उदयपुर में अंबानी को करोड़ों की जमीन कम पैसों में दी गई। राजस्थान में सरकार गिराने के लिए 500 करोड़ का खेल किया गया। इस पर भाजपा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने बीच में हस्तक्षेप किया कि ये फालतू की बात है।
धारीवाल ने कहा कि भाजपा की तिकड़ी सीएम बनने का सपना देख रही है। विद्यायकों को खरीदने का प्रयास किया गया। भाजपा के छोटा और मोटा भाइयों ने विधायकों की मिनिमम प्राइज तय कर दी। उन्होंने कहा कि ये वो लोग हैं जो रात में महाराष्ट्र में सरकार बनाते हैं।
धारीवाल ने कहा कि गहलोत सरकार ने सबके मुंह पर तमाचा मारा है। हमारे 1 भी पंछी को नही उड़ा पाए। उन्होंने कहा कि अकबर को महाराणा प्रताप ने नाकों चने चबवा दिए थे। इसी तरह जब भाजपा सभी जगह सरकारें गिराकर राजस्थान पहुंची तो वीर सपूतों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में छठी का दूध याद दिला दिया। भाजपा ये कहती है कि कांग्रेस ने विधायकों की बाड़ेबंदी की। अगर ये बाड़ेबंदी है तो आपने क्या गुजराव विधायक रासलीला रचाने के लिए भेजे थे?
राजस्थान विधानसभा में बोलते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है। मैं आखिरी कतार में बैठा हूं। मैं राजस्थान से आता हूं, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है। बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है। मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है।
उधर, भाजपा ने सुर बदलते हुए कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी। सदन में बैठक व्यवस्था बदली गई है। उप मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट अब अशोक गहलोत के बगल वाली सीट पर नहीं बल्कि दूसरी लाइन में बैठे। सचिन पायलट के साथ ही पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा की सीट भी बदली है।
इससे पहले राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को शोकाव्यक्ति के बाद सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी गई थी। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सत्र की शुरुआत करते हुए शोक अभिव्यक्ति के लिए संदेश का वाचन किया तथा मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट की। इसके बाद जोशी ने इसके बाद सदन की कार्यवाही एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी।