इस बार षष्ठी तिथि की वृद्धि
ज्योतिषाचार्य पंडित घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि 16 व 20 फरवरी को अमृतसिद्धि योग के अलावा कई योग रहेंगे। 17-18 फरवरी को षष्ठी तिथि की वृद्धि होने से एक दिन नवरात्र अधिक होगा। नौ के बजाय दस दिन के नवरात्र देश के लिए सुखद परिणामदायी साबित होगा। दस महाविद्या में मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छित्रमस्ता, त्रिपुरी भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी व मां कमला की आराधना होगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि 16 व 20 फरवरी को अमृतसिद्धि योग के अलावा कई योग रहेंगे। 17-18 फरवरी को षष्ठी तिथि की वृद्धि होने से एक दिन नवरात्र अधिक होगा। नौ के बजाय दस दिन के नवरात्र देश के लिए सुखद परिणामदायी साबित होगा। दस महाविद्या में मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छित्रमस्ता, त्रिपुरी भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी व मां कमला की आराधना होगी।
साधक एकांत में रहकर करेंगे साधना पंडित स्वर्णकार ने बताया कि इस बार गुप्त नवरात्र 9 की जगह 10 दिन के होंगे। इस दौरान कई ग्रह एक से ज्यादा राशि में रहेंगे। इस अवधि में गुरु का उदय और शुक्र तारा अस्त होगा। 16 फरवरी को देवी सरस्वती का प्राकट्योत्सव बसंत पंचमी भी मनाया जाएगा। अबूझ मुहूर्त होने से इस दिन मांगलिक कार्यों की धूम रहेगी। साधक एकांत में रहकर मां दुर्गा की आराधना में लीन रहेंगे। 13 को त्रिपुष्कर, 14 को सर्वार्थसिद्धि व राजयोग, 15 को रवियोग, 16 और 20 को अमृतसिद्धि व सर्वार्थसिद्धि, 21 को रवियोग, 22 को रवियोग, सर्वार्थसिद्धि व अमृतसिद्धि योग रहेगा, जो कि खरीदारी के लिहाज से शुभ संयोग रहेगा। गुप्त नवरात्र का समापन 21 फरवरी को होगा।