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मौनी अमावस आज, बस इतने से काम से खुश हो जाएंगे पितृ देव

locationजयपुरPublished: Jan 24, 2020 02:02:33 pm

Submitted by:

JAYANT SHARMA

Mouni Amavas today, Pitru Dev will be happy with just this much work…ऐसी भी मान्यता है कि माघ मास में जप, तप, स्नान और दान करने से भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं। वहीं स्नान करना इसलिए पवित्र माना गया है क्योंकि कहा जाता है कि इस दिन स्वर्ग लोक के सारे देवी-देवता गंगा में वास करते हैं।

Govind Dev ji Mandir

Govind Dev ji Mandir

जयपुर
आज मौनी अमावस्या है। माघ मास में पड़ने वाली इस अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहते हैं। यहां मौनी शब्द का अर्थ है मौन रहने से, इसलिए इस दिन कई लोग मौन भी रखते हैं। इस दिन स्नान और दान का बहुत महत्व है। इस अमावस के दिन शाही स्नान कर पुण्य कमाने के लिए भी हजारों लोग तीर्थ स्थलों पर जमा होते हैं। इसी के चलते आज जयपुर के गलता तीर्थ और पुष्कर तीर्थ में हजारों लोगों की भीड़ सवेरे से ही लगी हुई है जो दोपहर तक रहने वाली है।

दान पुण्य बेहम महत्वपूर्ण, संतों को दे दान
ज्योतिषचार्य राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि आज के दिन दान देने का मलतब है कि बहुत सारा पुण्य कमाना और अगर यह दान आपके घर आए किसी साधु या याचक को दे दिया जाए तो क्या कहने। आज शहर के कई मंदिरों और अन्य जगहों पर संतों का भंडारा और भेजन भी रखा जाता है। गलता तीर्थ में आने वाले भक्तों और संतों के लिए आज गीता गायत्री मंदिर में विशेष पूजा पाठ, हवन और संत भंडारा रखा गया है। इस दिन ब्रह्मदेव और गायत्री का भी पूजन विशेष फलदायी होता है। माना जाता है कि मौनी अमावस्या से ही द्वापर युग का शुभारंभ हुआ था। यह भी कहा जाता है कि इस दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था जिसके कारण इस दिन को मौनी अमावस्या के रूप में मनाया जाता है।
पितृों को याद करने के लिए सबसे अच्दा दिन
ज्योतिषचार्य आचार्य रजनीश ने बताया कि अपने पितृों को याद करने और उनकी याद में पूजा करने का यह सबसे अच्छा दिन है। ऐसी भी मान्यता है कि माघ मास में जप, तप, स्नान और दान करने से भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं। वहीं स्नान करना इसलिए पवित्र माना गया है क्योंकि कहा जाता है कि इस दिन स्वर्ग लोक के सारे देवी-देवता गंगा में वास करते हैं। इससे आपके सभी पाप धुल जाते हैं। इस दिन पितृों का तर्पण भी करते हैं। कहते हैं इस दिन पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।
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