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माउंट एवरेस्ट और आस-पास उगी घास

locationजयपुरPublished: Jan 11, 2020 02:00:25 am

-इंग्लैंड के विश्वविद्यालय का शोध : बाढ़ का खतरा बढ़ा, उपग्रह की तस्वीरों का किया अध्ययन
 

माउंट एवरेस्ट और आस-पास उगी घास

माउंट एवरेस्ट और आस-पास उगी घास

लंदन. माउंट एवरेस्ट और हिमालय के ट्रीलाइन और स्नोलाइन के बीच घास और झाडिय़ां लगातार उगती जा रही हैं। इसका कारण ग्लोबल वार्मिंग को माना जा रहा है। एवरेस्ट और हिमालय धरती के वे स्थान हैं, जो सबसे तेजी से गर्म हो रही हैं। इनके कारण हिंदूकुश क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
वैज्ञानिकों ने उप क्षेत्र में उगी झाडिय़ों-घास के इन क्षेत्रों की परिस्थितियों पर पडऩे वाले प्रभाव को उपग्रह के डेटा के जरिए जाना। वैज्ञानिकों के अनुसार, इनसे क्षेत्र का जल विज्ञान प्रभावित हो सकता है। हिमालय से एशिया की १० बड़ी नदियां निकलती हैं, जो करीब १४० करोड़ लोगों को पानी की आपूर्ति करती हैं। इंग्लैंड की एक्सेटर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने नासा के लैंडसेट उपग्रहों द्वारा इन क्षेत्रों की वर्ष १९९३-२०१८ में ली गई तस्वीरों का अध्ययन किया। विवि के पर्यावरण व स्थिरता संस्थान के डॉ. करेन एंडरसन के अनुसार, सबवेनिवल जोन वह जगह है जहां मौसमी बर्फ होती है। अगर यह गर्म होगी तो गलन जल्दी होगी और बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा।
बर्फ का नुकसान वर्ष २००० से २०१६ के बीच हुआ दोगुना
शोधकर्ताओं के मुताबिक, पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ के नुकसान की निगरानी और इस नुकसान की गहराई को समझना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होता है। हिमालय क्षेत्र में बर्फ के पिघलने को लेकर कई शोध किए गए हैं। एक शोध के अनुसार, वर्ष २००० से २०१६ के बीच बर्फ के नुकसान की दर दोगुनी हुई थी। पूरी सदी में बर्फ का नुकसान काफी तेजी से हुआ है। वहीं, पिछले चार दशक में हिमालय की एक चौथाई से अधिक बर्फ पिघली है।
क्या होते हैं ट्री और स्नोलाइन
पर्वतों में ट्री लाइन उस ऊंचाई को कहते हैं, जहां तक पेड़ होते हैं। वहीं, स्नो लाइन वह ऊंचाई होती है, जिसके बाद सिर्फ बर्फ ही बर्फ होती है। इन दोनों जगह के मध्य में घास के मैदान होते हैं। ये घास के मैदान अगर लगातार वृद्धि करते हैं तो इससे पता चलता है कि तापमान गर्म हो रहा है।

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