बर्फ का नुकसान वर्ष २००० से २०१६ के बीच हुआ दोगुना
शोधकर्ताओं के मुताबिक, पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ के नुकसान की निगरानी और इस नुकसान की गहराई को समझना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होता है। हिमालय क्षेत्र में बर्फ के पिघलने को लेकर कई शोध किए गए हैं। एक शोध के अनुसार, वर्ष २००० से २०१६ के बीच बर्फ के नुकसान की दर दोगुनी हुई थी। पूरी सदी में बर्फ का नुकसान काफी तेजी से हुआ है। वहीं, पिछले चार दशक में हिमालय की एक चौथाई से अधिक बर्फ पिघली है।
क्या होते हैं ट्री और स्नोलाइन
पर्वतों में ट्री लाइन उस ऊंचाई को कहते हैं, जहां तक पेड़ होते हैं। वहीं, स्नो लाइन वह ऊंचाई होती है, जिसके बाद सिर्फ बर्फ ही बर्फ होती है। इन दोनों जगह के मध्य में घास के मैदान होते हैं। ये घास के मैदान अगर लगातार वृद्धि करते हैं तो इससे पता चलता है कि तापमान गर्म हो रहा है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ के नुकसान की निगरानी और इस नुकसान की गहराई को समझना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होता है। हिमालय क्षेत्र में बर्फ के पिघलने को लेकर कई शोध किए गए हैं। एक शोध के अनुसार, वर्ष २००० से २०१६ के बीच बर्फ के नुकसान की दर दोगुनी हुई थी। पूरी सदी में बर्फ का नुकसान काफी तेजी से हुआ है। वहीं, पिछले चार दशक में हिमालय की एक चौथाई से अधिक बर्फ पिघली है।
क्या होते हैं ट्री और स्नोलाइन
पर्वतों में ट्री लाइन उस ऊंचाई को कहते हैं, जहां तक पेड़ होते हैं। वहीं, स्नो लाइन वह ऊंचाई होती है, जिसके बाद सिर्फ बर्फ ही बर्फ होती है। इन दोनों जगह के मध्य में घास के मैदान होते हैं। ये घास के मैदान अगर लगातार वृद्धि करते हैं तो इससे पता चलता है कि तापमान गर्म हो रहा है।