उनका कहना था कि 2007 के अंदर राजीव गांधी स्टडी सर्किल की मीटिंग हुई थी। उसमें तमाम पदाधिकारी सुभाष गर्ग तमाम लोग मौजूद थे। राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि आरएएस मेन का एग्जाम सिलेबस है उसमें बदलाव के लिए जो सामग्री मुहैया कराई गई है, वो बीएम शर्मा और उनके शिक्षकों के द्वारा दी गई है। वह कोचिंग भी चलाते हैं। टारगेट सिविल के नाम से उनके कोचिंग सेंटर है। कोचिंग सेंटर सिविल सेवा परीक्षा में पास करने का दावा भी करते हैं।
बीएम शर्मा की इस परीक्षा में मुख्य भूमिका रहेगी जो सिलेबस तैयार कराया हैं। यह भी कहा कि वैसे तो परीक्षा का सिलेबस अधिसूचना जारी होने के बाद बदला नहीं जा सकता, इसके बावजूद अधिसूचना जारी हो गई थी उसके बाद सिलेबस क्यों बदला गया।
मीणा ने चेतावनी भी दी है कि ईडी के सामने में धरने पर बैठेंगे और पेपर लीक में आरोपियों को पकड़ने की मांग करूंगा। साथ ही कुछ अन्य खुलासे भी करूंगा। उन्होंने मांग की कि सारे मसले का खुलासा होना चाहिए। एसओजी की जांच इस मामले में काफी नहीं होगी, क्योंकि एसओजी इसमें खुद शामिल रही है। मीणा ने आरोप लगाया कि कुछ आरोपियों ने एसओजी के सामने ये बयान दिया है कि रीट का पेपर एसओजी के कुछ लोगों को भी दिया गया था। किरोड़ी ने बताया , राजीव गांधी स्टडी सर्किल की लोगों की 2007 में गहलोत ने सोनिया गांधी के साथ मीटिंग करवाई थी। इसमें सुभाष गर्ग,प्रदीप पाराशर और डीपी जारोली भी मौजूद थे। मीणा ने बैठक के फोटो भी सार्वजनिक की। उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि इनके कितने बड़े लोगों से संबंध रहे हैं।