मुख्य सचिव ने कहा कि केंद्र की ओर से अभी तक जारी राशि और उपलब्ध बजट और संसाधन के हिसाब से लक्ष्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में विभागों को निर्देश दिए कि योजनाओं को समय पर पूरा कर केन्द्र से मिलने वाली किश्तों को समय पर लेने की कवायद करनी चाहिए। बैठक में वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-2021 की बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा भी की गई।
असल में कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रदेश की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। हालात ऐसे हैं किस सरकार को योजनाओं का आकार छोटा करना पड़ रहा है और बजट घोषणाओं के लिए बजट जुटाने में पसीना आ रहा है। अब मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने छह विभागों की प्राथमिकताओं को नए सिरे से तय करने के लिए कहा है। जिसमें उन्हीं कामों को रखा जाएगा जो बेहद जरूरी हों और उनको करना विभाग की प्राथमिकता भी हो।