Mustard oil: सेहत के लिए भरोसेमंद है सरसों का तेल
जयपुर। सेहत के लिए सबसे भरोसेमंद तेल है सरसों। तेल के मामले में सबसे अहम बात है, उसका ट्रांस फैट। इसके कारण ही दिल की बीमारियां और स्ट्रोक होते हैं। सरसों के तेल में ट्रांस फैट नहीं होता है। ट्रांस फैट का ज्यादा सेवन करने से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, जो बहुत ही हानिकारक होता है। यह उच्च रक्तचाप, धमनियों के सख्त होने दिल का दौरा पडऩे और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाता है।
ऐसे समय में सरसों के तेल का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा है। इस तेल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्टी एसिड भरपूर मात्रा में होता है, इसके अलावा इसमें बड़ी मात्रा में ओमेगा-3 फैट्टी एसिड और अल्फा-लिनोलेनिक एसिड भी होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करते हैं।
डॉक्टरों को कहना है कि सरसों के तेल की जो कंपोजिशन है वह कार्डियोलॉजी की नजर से बहुत ही अच्छी है। यही वजह है कि सारे डॉक्टर्स दिल की बीमारियों, उच्च रक्ताचाप और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए सरसों के तेल से भोजन पकाने की सलाह देते हैं। कच्ची घानी सरसों का तेल अपनी शुद्धता, प्राकृतिक तत्वों से भरपूर होने, एक्स्ट्रा-वर्जिन, कोल्ड-प्रेस्ड होने के कारण स्वास्थ्य के लिए कई फायदे देता है।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. टी.एस. क्लेर के मुताबिक सरसों के तेल के कई ऐसे फायदे हैं, जो अन्य तेलों से नहीं मिलते हैं। वह कहते हैं, सभी खाद्य तेलों में सरसों के तेल को सेहत के लिए सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें संतृप्त फैट्टी एसिड की कम मात्रा और मोनोअनसैचुरेटेड फैट्टी एसिड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्टी एसिड की बहुत ज्यादा मात्रा होती है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है। इसके अलावा सरसों के तेल में पाया जाने वाला अल्फा-लिनोलेनिक एसिड खून में प्लेटलेट्स के इक_ा होने की प्रवृत्ति को कम करता है, इससे दिल का दौरा पडऩे का खतरा कम हो जाता है। कई क्लीनिकल स्टडीज में यह पाया गया है कि सरसों का तेल दिल की सेहत के लिए सबसे अच्छा होता है।
इस तेल का एक और दिलचस्प लाभ है जो महामारी के इस समय खासतौर पर प्रासंगिक हो जाता है। कोविड-19 एक वसायुक्त वायरस है और सरसों का तेल मोटापा घटाने वाला तेल है। एशियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि सरसों के तेल का नियमित सेवन करने से शरीर का वजन कम हो सकता है, क्योंकि इससे आंतों में वसा कम इक_ा होती है और यह ग्लूकोज और लिपिड होमियोस्टेसिस में सुधार करता है।