छात्रसंघ चुनाव: एनएसयूआई में शुरू हुई बगावत
जयपुरPublished: Aug 21, 2019 01:20:51 pm
student union election: एबीवीपी में भी हो सकती है बगावत, निर्दलीय बिगाड़ सकते हैं समीकरण, एबीवीपी एनएसयूआई में टिकिट वितरण में अब भी माथापच्ची, अपनों का ही सता रहा ड़र
जयपुर। प्रदेश में 27 अगस्त को होने वाले छात्रसंघ चुनावों को लेकर बगावती सुर सामने आने लगे हैं। राजस्थान विश्वविद्यालय से अभी एनएसयूआई के अध्यक्ष पद में टिकिट की दौड़ से बाहर हुए मुकेश चौधरी ने बगावत शुरू कर दी है। रात 12 बजे विश्वविद्यालय के बाहर चौधरी ने नारेबाजी की। उन्होंने एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों पर आरोप भी लगाए। मुकेश का कहना है कि संगठन के लिए काम किया, लेकिन संगठन ने टिकट नहीं दिया। उन्होंने बताया कि अब वे निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही महासचिव पद पर भी कई उम्मीदवार हैं जो टिकट की मांग कर रहे हैं। ऐसे में महासचिव पद पर भी विवाद हो सकता है। एबीवीपी ने भी बागियों को मनाने की कवायद शुरू कर दी है।
छात्र संगठनों में टिकिट वितरण को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई हैं। दोनों ही छात्र संगठनों को अपनों का ही डर सता रहा हैं। पिछले सालों की बात करें तो तीन सालों से टिकिट वितरण के बाद एबीवीपी और एनएसयूआई अपने प्रत्याशियों का नहीं जिता सकी। दोनों ही पार्टियों को अपने से ही मुंह की खानी पड़ी। राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनावों में विनोद जाखड़ ने बागी होकर चुनाव लड़ा और एनएसयूआई को सत्ता में काबिज नहीं होने दिया। इससे पहले 2017 के चुनावों में एबीवीपी के बागी पवन यादव ने एबीवीपी प्रत्याशी संजय को हराया। 2016 में ऐसा ही हुआ और टिकिट कटने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़े एबीवीपी के बागी अंकित ने एबीवीपी के अखिलेश को हराकर सत्ता पर कब्जा किया था।