Nagar Nigam Kota : सफाई कर्मचारियों के समानीकरण को लेकर पार्षदों में टकराव
जयपुरPublished: Mar 11, 2016 01:30:00 pm
सफाई कर्मचारियों का समानीकरण का मसला नगर निगम के लिए गले की हड्डी बन गया
है। पार्षदों में इस मुद्दे को लेकर टकराव की नौबत खड़ी हो गई है।
सफाई कर्मचारियों का समानीकरण का मसला नगर निगम के लिए गले की हड्डी बन गया है। पार्षदों में इस मुद्दे को लेकर टकराव की नौबत खड़ी हो गई है। कोटा उत्तर के पार्षद समानीकरण पर अड़े हैं, जबकि कोटा दक्षिण, लाडपुरा और रामगंजमंडी के पार्षद समानीकरण के पक्ष में नहीं हैं।
कोटा दक्षिण, लाडपुरा और रामगंजमंडी के करीब तीन दर्जन पार्षदों ने गुरुवार को महापौर और उप महापौर को ज्ञापन देकर कहा कि स्थायी कर्मचारियों का ही समानीकरण होना चाहिए। शहर के 65 वार्डों में जो अस्थायी बीट लगी है वह वार्ड की आवश्यकता के अनुसार है। उसे कम नहीं किया जाए। अस्थायी कर्मचारी कम किए तो सहन नहीं किया जाएगा।
पार्षदों ने स्पष्ट कहा कि उनके वार्डों में लगे स्थायी और अस्थायी सफाई कर्मचारियों से वे संतुष्ट हैं। कोटा उत्तर क्षेत्र के वार्डों में ही समानीकरण कर दिया जाए। क्योंकि कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र की सफाई समिति अलग बनी हुई है। उस समिति के अध्यक्ष भी कोटा उत्तर के पार्षद इन्द्रकुमार जैन है।
प्रतिनिधिमण्डल में महेश गौतम लल्ली, नरेन्द्र हाड़ा, प्रकाश सैनी, विनोद नायक, रमेश आहूजा, देवेन्द्र चौधरी, कृष्ण कुमारी सामरिया, रामदयाल वर्मा, पारस कंवर, ध्रुव राठौर, बादाम बाई, महक गौतम, राखी गौतम, रेखा जैन आदि शामिल थे।
उधर अधिकारियों ने समानीकरण के विवाद के मद्देनजर गेंद अब महापौर के पाले में डाल दी। उपायुक्त अशोक त्यागी पहले ही कह चुके है कि समानीकरण का मामला राजनीतिक है, इसकी फाइल महापौरजी को भेज दी है।
उत्तर के पार्षद बैठेंगे धरने पर
उधर कोटा उत्तर के पार्षद अतुल कौशल का कहना है कि समानीकरण का फैसला बोर्ड की बैठक में हो चुका। महापौर ने सात दिन में सफाई कर्मचारियों के समानीकरण का एेलान किया था। बोर्ड का फैसला सर्वोपरि होता है। समानीकरण की मांग को लेकर निगम में बेमियादी धरना दिया जाएगा।
कोटा दक्षिण, लाडपुरा और रामगंजमंडी के पार्षदों ने समानीकरण के मसले पर ज्ञापन दिया था। इस मसले पर महापौरजी से भी मिले थे। आयुक्त व उपायुक्त बाहर थे, इस कारण इस मसले पर कोई चर्चा नहीं हो पाई।
सुनीता व्यास, उप महापौर
समानीकरण का मसला केवल कोटा उत्तर के पार्षदों का नहीं, यह बोर्ड का निर्णय है। पूरे शहर को स्वच्छ बनाने के लिए समानीकरण की बात की जा रही है। सभी वार्डों में स्थायी सफाई कर्मचारियों का समानीकरण होना चाहिए।
इन्द्रकुमार जैन, अध्यक्ष सफाई समिति द्वितीय