जयपुर।
नाहरगढ़ बायो पार्क को रविवार को चार नए सदस्य और मिल गए हैं। छत्तीसगढ़ स्थित रायपुर की जंगल सफारी की टीम रविवार को चौसिंगा के दो जोड़े लेकर बायो पार्क पहुंची। एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इन्हें यहां लाया गया है। बायो पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि रायपुर की जंगल सफारी एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बायो पार्क से चिंकारा के दो जोड़े ले जाना चाहती थी। उन्होंने इसके बदले में चौसिंगा देने का प्रस्ताव रखा था, जिस पर विभागीय अधिकारियों से स्वीकृति मिलने के बाद रविवार को टीम यहां आई और बदले में यहां से चार चिंकारा अपने साथ लेकर गई है। चौसिंगा की जोड़ी को अभी क्वारेंटाइन में रखा गया है और क्वारेंटाइन पीरियड समाप्त होने के बाद पर्यटक इन्हें देख सकेंगे।
नाहरगढ़ बायो पार्क को रविवार को चार नए सदस्य और मिल गए हैं। छत्तीसगढ़ स्थित रायपुर की जंगल सफारी की टीम रविवार को चौसिंगा के दो जोड़े लेकर बायो पार्क पहुंची। एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इन्हें यहां लाया गया है। बायो पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि रायपुर की जंगल सफारी एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बायो पार्क से चिंकारा के दो जोड़े ले जाना चाहती थी। उन्होंने इसके बदले में चौसिंगा देने का प्रस्ताव रखा था, जिस पर विभागीय अधिकारियों से स्वीकृति मिलने के बाद रविवार को टीम यहां आई और बदले में यहां से चार चिंकारा अपने साथ लेकर गई है। चौसिंगा की जोड़ी को अभी क्वारेंटाइन में रखा गया है और क्वारेंटाइन पीरियड समाप्त होने के बाद पर्यटक इन्हें देख सकेंगे।
छुट्टी के दिन गुलजार हुई अमृता हाट
जयपुर. जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम में चल रही राष्ट्रीय अमृता हाट धीरे-धीरे अब गुलजार होने लगी है। हाट में लोगों के आने-जाने से बढ़ी रौनक व चहल-पहल से दुकानदारोंं के चेहरे भी खिल उठे हैं। रविवार को छुट्टी का दिन होने से आसपास की कॉलोनियों के अलावा दूर कॉलोनी से आए लोगों ने अमृता हाट में आकर जरूरत के सामानों की जमकर खरीदारी किए। इसके साथ ही दूर-दराज से लोगों के आने का सिलसिला भी अब छुट्टी के साथ ही शुरू हो गया है। अमृता हाट में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की लगभग 140 स्टाल्स लगाई गई हैं। यहां कशीदाकारी, लाख की चूडिय़ा, पेपरमेशी आईटम, सलवार सूट, टेराकोटा, कश्मीरी उनी शॉल, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, चिकन एवं ज्वैलरी वर्क, कांच एवं पेच वर्क, सभी के पसंदीदा आचार, मुरब्बा, मसाले एवं अन्य हस्तनिर्मित आकर्षक उत्पादों की दुकानों पर लोगों की दिनभर भीड़ बनी रही। वहीं, महिलाओं ने गर्म सलवार सूट की खरीदारी की तो बच्चों ने खानपान का आनंद लिया। मेले में सुबह से ही लोगों के आने का क्रम जो शुरू हुआ वह देर शाम तक चलता रहा।
जयपुर. जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम में चल रही राष्ट्रीय अमृता हाट धीरे-धीरे अब गुलजार होने लगी है। हाट में लोगों के आने-जाने से बढ़ी रौनक व चहल-पहल से दुकानदारोंं के चेहरे भी खिल उठे हैं। रविवार को छुट्टी का दिन होने से आसपास की कॉलोनियों के अलावा दूर कॉलोनी से आए लोगों ने अमृता हाट में आकर जरूरत के सामानों की जमकर खरीदारी किए। इसके साथ ही दूर-दराज से लोगों के आने का सिलसिला भी अब छुट्टी के साथ ही शुरू हो गया है। अमृता हाट में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की लगभग 140 स्टाल्स लगाई गई हैं। यहां कशीदाकारी, लाख की चूडिय़ा, पेपरमेशी आईटम, सलवार सूट, टेराकोटा, कश्मीरी उनी शॉल, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, चिकन एवं ज्वैलरी वर्क, कांच एवं पेच वर्क, सभी के पसंदीदा आचार, मुरब्बा, मसाले एवं अन्य हस्तनिर्मित आकर्षक उत्पादों की दुकानों पर लोगों की दिनभर भीड़ बनी रही। वहीं, महिलाओं ने गर्म सलवार सूट की खरीदारी की तो बच्चों ने खानपान का आनंद लिया। मेले में सुबह से ही लोगों के आने का क्रम जो शुरू हुआ वह देर शाम तक चलता रहा।
घर सौंदर्य सामान की बिक्री जोरों पर
हाट में घरेलू सौदर्यं के सामान की बिक्री जोरों पर रही। यहां पहुंचे लोगों ने बांस से बने सोफा सेट, मिट्टी से बने पॉट, जूट की गुडिय़ां, लकड़ी से बने लैंप, पेटिंग की जमकर खरीददारी की।
हाट में घरेलू सौदर्यं के सामान की बिक्री जोरों पर रही। यहां पहुंचे लोगों ने बांस से बने सोफा सेट, मिट्टी से बने पॉट, जूट की गुडिय़ां, लकड़ी से बने लैंप, पेटिंग की जमकर खरीददारी की।