आठ दिन बाद भी पुलिस अभी तक मौत के कारणों के बारे में पता नहीं लगा सकी है। वही अब पुलिस की जांच मौके से जुटाएं गए साक्ष्यों पर टिक गई है। जिसमें मौके से जुटाई गई साक्ष्यों की एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है। एफएसएल टीम ने मौके पर मिले साक्ष्यों की एसएफएल रिपोर्ट को थाना पुलिस को सौंप दिया है। इसके साथ ही अभी तक पुलिस को हैड राइटिंग विसरा के सैंपल की रिपोर्ट आने का इंतजार है। संभवत यह रिपोर्ट कल शाम तक पुलिस को मिल सकती है। जिसके बाद मौत के रहस्य पर से पर्दा उठ सकेगा। फिर पुलिस कुछ भी मानने से मना कर रही है। एसएफएल रिपोर्ट की स्टडी और विसरा जांच रिपोर्ट के बाद ही पुलिस यह तय कर सकेगी कि चेतन की मौत हत्या है या आत्महत्या।
अंगुली पर कोयले, बदन पर खरोंच पर एफएसएल ने दिए तर्क
सूत्रों की मानें तो मोबाइल यूनिट ने पुलिस को दी रिपोर्ट में घटना स्थल पर चेतन सैनी की उंगलियों पर हल्के कोयले के निशान, दीवार से नीचे लटकने के दौरान कपड़े और शरीर पर रगड़ के निशान और रस्सी के बंधे होने के तरीके सहित अन्य कुछ बातों का तर्क देते हुए निष्कर्ष दिया है। हालांकि पुलिस अभी इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं कर रही है।
सूत्रों की मानें तो मोबाइल यूनिट ने पुलिस को दी रिपोर्ट में घटना स्थल पर चेतन सैनी की उंगलियों पर हल्के कोयले के निशान, दीवार से नीचे लटकने के दौरान कपड़े और शरीर पर रगड़ के निशान और रस्सी के बंधे होने के तरीके सहित अन्य कुछ बातों का तर्क देते हुए निष्कर्ष दिया है। हालांकि पुलिस अभी इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं कर रही है।
पुलिस ने बुधवार को चेतन की मौत से संबंधित जो नमूने एफएसएल में जमा करवाए हैं। उनकी रिपोर्ट को प्राथमिकता के तौर पर पहले करने का पत्र भी दिया है। इन नमूनों की रिपोर्ट मिलने के बाद मोबाइल यूनिट की रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ कड़ी से कड़ी जोडकऱ देखा जाएगा। इसके बाद ही पुलिस चेतन की आत्महत्या और हत्या के बीच की गुत्थी पर कुछ कह सकेगी। हालांक पुलिस के लिए लटकने वाली रस्सी कहां से आई और चेतन ने सेल्फी क्यों ली, इन सवालों के जबाव ढूंढना मुश्किल हो रहा है।
गौरतलब है कि गत शुक्रवार को चेतन का शव नाहरगढ़ किले की दीवार पर रस्सी से लटका मिला था। घटनास्थल पर पद्मावती फिल्म समेत अन्य विवादित बयान लिखे हुए थे।