पीएम नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग के साथ तट मंदिर (शोर टेम्पल) समेत ऐतिहासिक इमारतों का भ्रमण किया। शोर मंदिर को यूनेस्को ने ऐतिहासिक इमारतों की सूची में रखा था।
पांच हजार जवान तैनात : मामल्लापुरम (महाबलीपुरम) में शनिवार को भी दोनों नेता मिलेंगे। कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। चेन्नई से महाबलीपुरम तक 5 हजार जवान तैनात किए गए हैं। रास्तों और कार्यक्रम स्थल पर 800 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने समुद्र तट से कुछ दूरी पर युद्धपोत तैनात किए हैं।
महाबलीपुरम शहर चेन्नई से करीब 50 किमी दूर है। इसकी स्थापना धार्मिक उद्देश्यों से 7वीं सदी में पल्लव वंश के राजा नरसिंह वर्मन ने कराई थी। यहां शोध के दौरान चीन, फारस और रोम के प्राचीन सिक्के बड़ी संख्या में मिले हैं। प्राचीन बंदरगाह वाले महाबलीपुरम का करीब दो हजार साल पहले चीन के साथ खास संबंध था। यहां मिले पहली और दूसरी सदी के मिट्टी के बर्तन हमें चीन के समुद्री व्यापार की जानकारी देते हैं।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूर्वी चीन के जियांग्सु प्रांत की 71 वर्षीय महिला झू पिंगपिंग ने अपने सौतेले भारतीय भाई और उसके परिवार को ढूंढने की अपील की है।
महिला ने बताया कि उसके पास चीनी भाषा में नाम और कोलकाता के पते का एक पीला कागज है। झू ने कहा कि यह इस बात का सबूत है कि 1940 के दशक में उसके पिता का एक भारतीय परिवार भी था। झू के पिता जू कियॉन्ग 1940 के दशक में भारत और म्यांमार में युद्ध के दौरान तैनात थे और वे 1942-46 तक कोलकाता में रहे थे। कियॉन्ग ने इन वर्षों में भारतीय महिला से शादी की थी और इस महिला से कियॉन्ग को एक बेटा भी है।
9.05 बजे जिनपिंग आइटीसी चोला से रवाना होंगे
9.50 बजे फिशरमैन कोव पहुंचेंगे
10.00 बजे से होगी एकल और सामूहिक वार्ता
12.4512.45 फिशरमैन कोव से हवाई अड्डा रवाना
1.25 हवाई अड्डा पहुंचेंगे
1.30 चीन के लिए भरेंगे उड़ान
पीएम मोदी ने जिनपिंग को तमिलनाडु की जायकेदार दावत दी। इसमें तमिलनाडु के कारैकुडी और चेट्टीनाडु व्यंजन शामिल थे। दावत में चीन के राष्ट्रपति को हाथ से पीसे मसाले का सांभर, टमाटर का रसम, चावल का बना विशेष हलवा भी परोसा गया। इससे पहले मोदी और जिनपिंग ने पंचरथ परिसर में नारियल पानी पीया।