कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने लोगों से नशा छोडऩे की बात कही। उन्होंने कहा कि नशे की जकड़ में फंसी युवा पीढ़ी को समाज और परिवार ही मुक्त करा सकता है। एसपी ने फैलीकापुरा क्षेत्र के आधा दर्जन से गांवों से आए महिला-पुरुषों और छात्र-छात्राओं को क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने का संकल्प दिलाया। साथ बुजुर्गों को नशे का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ लामबंद होने की बात कही।
हिण्डौन-करौली सडक़ मार्ग के पास मैदान में अतिथियों द्वारा सरस्वती माता के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शुरू हुए कार्यक्रम में करौली विधायक लाखनसिंह मीणा ने चिंता जताई कि देश का भविष्य युवा पीढ़ी नशे की जकड़ में है। उन्होंने कहा कि स्मैक के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करे। इस दौरान भूपेंद्र सोलंकी सहित अनेक लोगों ने नशे पर अंकुश लागाने के विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधीक्षक ने लोगों ने नशा मुक्ति का संकल्प दिलाया।
करौली से आए मनोचिकित्सक डॉ. प्रेमराज मीणा ने लोगों स्मैक के नशे के दुष्प्रभाव बताए। साथ ही स्मैक के नशे के आदि लोगों के शारीरिक व मानसिक लक्षणों के बारे में बताया। इस दौरान योगाचार्य विनोद कुमार ने लोगों को स्मैक के नशे के काम आने वाले पेपर (कागज) दिखाए। साथ ही कहा कि किसी स्थान पर ऐसे कागज मिलते हैं, तो वहां स्मैक का नशा किए जाने का संकेत है।
समक्ष संस्था के प्रदेश पदाधिकारी सुनील सिंघल के निर्देश में हिण्डौन के बिंदास डांस ग्रुप के कलाकारों ने नशे की भयावहता के दिखाया। किशोर-किशोरियों ने स्मैक, चरस, गांजा, अफीम, शराब के नशे की लत की शुरुआत को कष्टमय मौके का जीवंत मंच किया। नशे के नाट्यमंचन को पुलिस अधीक्षक ने समाज के लिए प्रेरणादायी बताया।