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प्रदेश में जंगलराज, नागौर हैवानियत मामले में गिरफ्तारी नहीं होना इसका प्रमाण-राठौड़

locationजयपुरPublished: Jan 26, 2021 06:19:14 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने नागौर के परबतसर में महिला के साथ सामूहिक बलात्कार पर गहरा रोष जताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में बेखौफ अपराधियों ने कानून व्यवस्था को ताक पर रखकर बहन-बेटियों के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी है।

प्रदेश में जंगलराज, नागौर हैवानियत मामले में गिरफ्तारी नहीं होना इसका प्रमाण-राठौड़

प्रदेश में जंगलराज, नागौर हैवानियत मामले में गिरफ्तारी नहीं होना इसका प्रमाण-राठौड़

जयपुर।

राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने नागौर के परबतसर में महिला के साथ सामूहिक बलात्कार पर गहरा रोष जताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में बेखौफ अपराधियों ने कानून व्यवस्था को ताक पर रखकर बहन-बेटियों के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी है। मामले में अब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जंगलराज का जीता-जागता प्रमाण है।
राठौड़ ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं के साथ दुष्कर्म में देशभर में राजस्थान का पहला स्थान है। कांग्रेस राज में महिलाओं के साथ लगातार हो रही दुष्कर्म की घटनाओं से आज पूरा राजस्थान शर्मसार है और राष्ट्रीय स्तर पर शांतिप्रिय प्रदेश की छवि ‘महिला असुरक्षित प्रदेश’ के रूप में धूमिल हो रही है। हाल ही में नागौर ही नहीं बल्कि दौसा व सीकर में भी महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं का सामने आना शर्मनाक है।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के दो वर्षीय शासनकाल में प्रदेश में आपराधिक कृत्यों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हो रही है विशेष रूप से महिलाओं व मासूम बच्चियों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाएं रिकॉर्ड तोड़ रही है जो राज्य सरकार की लचर कानून व्यवस्था को प्रदर्शित कर रही है। किसी सरकार के लिए मातृशक्ति की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि गहलोत जो गृह विभाग के मुखिया भी हैं वह महिला सुरक्षा को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है और उनके राज में राज्य की विधि व्यवस्था मृत प्राय हो चुकी है। प्रदेश की महिलाओं के साथ दुष्कर्म व अन्य आपराधिक घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम की दिशा में प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत का कोई नियंत्रण नहीं है।
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