इस वर्ष के नवरात्रों द्वितीय तिथि का क्षय हो रहा है जबकि पंचमी तिथि की वृद्धि हो रही है। बावजूद इसके इस वर्ष नवरात्र पूरे हैं। नवरात्रि में विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए, इससे मां दुर्गा की कृपा की बनी रहती है। कलश स्थापना भी शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए। इस बार घट स्थापना के लिए प्रात: 6.53 से 9.13 बजे तक तुला लग्न एवं लाभ के चौघडिय़ा मुहूर्त है, जबकि सुबह 9.13 बजे से 11.31 बजे तक वृश्चिक लग्न एवं अमृत के चौघडिय़ा मुहूर्त रहेगा।
शारदीय नवरात्रों में इस बार द्वितीया तिथि का क्षय हो रहा है और पंचमी तिथि की वृद्धि हो गई है। इस तरह से इस वर्ष नवरात्र पूरे रहेंगे। दुर्गा सप्तमी व्रत 16 अक्तूबर को होगा, जबकि अष्टमी कन्या पूजन 17 अक्तूबर को रहेगा। दुर्गा नवमी एवं सरस्वती विसर्जन 10 अक्तूबर को किया जाएगा। इस वर्ष दशहरा 19 अक्टूबर को होगा।