scriptअर्जेंटीना में मिला दूसरे विश्व युद्ध की पनडुब्बी का मलबा | Nazi submarine that 'carried Hitler to South America' shipwrecked off. | Patrika News

अर्जेंटीना में मिला दूसरे विश्व युद्ध की पनडुब्बी का मलबा

locationजयपुरPublished: Sep 23, 2022 10:50:16 pm

Submitted by:

Aryan Sharma

समुद्र में खोज : शोधकर्ता का दावा, 77 साल पहले इसी में बैठकर जर्मनी से भागा था हिटलरनौसेना ने जारी की तस्वीर, इतिहासकारों को मिला मंथन का नया मुद्दा

अर्जेंटीना में मिला दूसरे विश्व युद्ध की पनडुब्बी का मलबा

अर्जेंटीना में मिला दूसरे विश्व युद्ध की पनडुब्बी का मलबा

ब्यूनस आयर्स. दक्षिण अमरीकी देश अर्जेंटीना के तटीय इलाके में जर्मनी के तानाशाह शासक हिटलर के जमाने की नाजी पनडुब्बी का मलबा मिला है। पानी में इस मलबे को खोजने वाले शोधकर्ता का दावा है कि यह वही पनडुब्बी है, जिसने करीब 77 साल पहले अडोल्फ हिटलर की जर्मनी से भागने में मदद की थी। करीब 80 मीटर का यह मलबा मिसिंग लिंक रिसर्च ग्रुप के सदस्यों को मध्य अर्जेंटीना के क्वेक्वेन पोर्ट के पास मिला।
ग्रुप के प्रमुख अबेल बस्ती का मानना है कि तब हिटलर की मौत नहीं हुई थी। इस जहाज के जरिए जर्मनी से भागकर उसने कहीं और ठिकाना बना लिया था। अर्जेंटीना की नौसेना के गोताखोरों ने मलबे की तस्वीर जारी की है। पत्रकार और लेखक अबेल बस्ती (66) का कहना है, मेरी परिकल्पना है कि हिटलर अर्जेंटीना भाग गया था। मलबे को लेकर उन्होंने बताया कि यह पनडुब्बी शायद 1945 की सर्दियों में यहां पहुंची होगी। इसे जान-बूझ कर डुबोया गया, ताकि किसी तरह के निशान नहीं मिलें।

तानाशाह की शरण स्थली पर अटकलें
शोधकर्ताओं के मुताबिक हिटलर को क्वेक्वेन के उत्तर में मोरोमार के एक इलाके में ले जाया गया था। यू-530 बोट ने 1945 में अर्जेंटीना में आत्मसमर्पण कर दिया था। तब पता चला था कि इसके जरिए नाजी सेना के बड़े अधिकारियों को लाया जा रहा था। ज्यादातर लोगों का मानना है कि अप्रेल 1945 में हिटलर ने बर्लिन में खुद को मारा डाला था, जबकि कुछ मानते हैं कि वह जर्मनी से भाग गया था।

यूरोप छोड़कर भागे थे कई नाजी
दूसरे विश्वयुद्ध में जर्मनी की हार को देखते हुए कई नाजी यूरोप छोड़कर भाग गए थे। इस पलायन को रैटलाइन भी कहा जाता है। माना जाता है कि जर्मनी से भागने वाले नाजियों ने गुप्त मार्ग से लैटिन अमरीका में शरण ली थी। साइमन वीसेंथल इंस्टीट्यूट ने 2020 में उन दस्तावेजों को प्रकाशित किया था, जिनमें भागकर अर्जेंटीना पहुंचने वाले 12 हजार नाजियों का ब्योरा था।

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