नीट परीक्षा: अंदर पालना, बाहर अवहेलना
जयपुरPublished: Sep 13, 2020 02:57:07 pm
परीक्षा केंद्रों के बाहर टूटे सामाजिक दूरी के नियमपरीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों ने लगाई भीड़प्रदेश में 269 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षाएक लाख 5 हजार से अधिक परीक्षार्थी पंजीकृत
नीट परीक्षा: अंदर पालना, बाहर अवहेलना
एनटीए ने कोविड 19 को देखते हुए नीट परीक्षा के आयोजन के लिए कितने ही प्रयास किए हो लेकिन राजधानी के कई परीक्षा केंद्रों पर यह प्रयास विफल हो गए। परीक्षा केंद्र के अंदर तो प्रशासन परीक्षा के आयोजन को लेकर काफी सख्त नजर आया लेकिन परीक्षा केंद्र के बाहर कई जगह भीड़ एकत्र हो गई जिससे सामाजिक दूरी के नियम हवा हो गए। हालांकि अभिभावकों को परीक्षा केंद्र के पास आने की अनुमति नहीं दी गई। जो अभिभावक अपने बच्चों को परीक्षा दिलवाने लाए थे उन्हें निर्देश दिए गए कि वह केवल बच्चे को ही परीक्षा केंद्र तक आने दें खुद यहां तक नहीं आए। गौरतलब है कि एनटीए के निर्देश थे कि अभिभावकों को परीक्षा केंद्र से कम से कम ३०० मीटर दूर रखा जाए। एेसे में बच्चों को लेकर पहुंचे अभिभावक परीक्षा केंद्रों से कुछ ही दूरी पर भीड़ की तरह एकत्र हो गए और उन्हें देखने वाला वहां कोई नहीं था। गौरतलब है कि कुछ इसी प्रकार के दृश्य बीएसटीसी, राजस्थान बोर्ड की पूरक परीक्षा और राजस्थान स्टेट ओपन बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान भी देखने को मिले थे। जबकि परीक्षा केंद्रों पर कोविड १९ के नियमों की पालना हो रही थी लेकिन बाहर नियम टूट रहे थे। अभिभावक कोविड १९ को लेकर सजग नजर नहीं आए।
269 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा
एनटीए की गाइड लाइन के साथ नीट परीक्षा का आयोजन आज हो रहा है। दोपहर दो बजे परीक्षा शुरू हुई। राजधानी सहित प्रदेश में परीक्षा के लिए 269 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा के लिए प्रदेश में एक लाख 8 हजार 537 परीक्षार्थी परीक्षा के लिए रजिस्टर्ड हैं।
बिना थर्मल स्क्रीनिंग प्रवेश नहीं
परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की विशेष व्यवस्था की गई थी। परीक्षा केंद्र के मुख्यद्वार के बाहर सोशल डिस्टेंस को ध्यान रखते हुए सर्किल बनाए गए थे साथ ही कॉरिडोर भी बनाया गया, इसमें भी परीक्षार्थियों से सामाजिक दूरी के नियम की पालना करवाई गई। साथ ही एक एक कर उन्हें अंदर प्रवेश दिया गया। प्रवेश देने से पूर्व उनके हाथों को सेनेटाइज किया गया और डॉक्यूमेंट्स चैक किए गए। इसके बाद थर्मल स्क्रीनिंग हुई साथ ही जो मास्क परीक्षार्थी पहनक कर आए थे उसे हटवा कर दूसरा मास्क दिया गया जिसे पहन कर उन्हें परीक्षा देनी थी। हर परीक्षार्थी से उसका सेल्फ डिक्लेरेशन लिया गया जिसमें उन्हें बताना था कि उसमें कोरेाना संबंधी लक्षण नहीं है और वह किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आया है।
एंट्री और एग्जिट अलग
परीक्षा केंद्रों पर एंट्री और एग्जिट की व्यवस्था दो गेटों से की गई जिससे अव्यवस्था ना फैले और भीड़ एकत्र न हो। मानसरोवर स्थित कुछ स्कूलों में परीक्षार्थियों को दो गु्रपों में बांट कर अलग अलग गेटों से एंट्री दी जा रही थी।