निगेटिव विचारों से दूर रहें
जयपुरPublished: Jul 12, 2020 06:39:37 pm
बेहतर जीवन के लिए जरूरी है कि नकारात्मक विचारों का पिंजरा तोड़ दें।
आप हालात को बदलना चाहते हैं तो सबसे पहले जरूरी है कि सोचने का नजरिया बदल लिया जाए। यह खयाल दिमाग में न लाएं कि आप भंवर में फंस गए हैं और इससे निकल पाना मुश्किल है क्योंकि यह सोच आपको डर और एंजाइटी के पिंजरे में कैद कर देगी जिसके बाद नकारात्मक विचार हावी होते चले जाएंगे। ध्यान रहे कि नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदलने की ताकत भी सिर्फ और सिर्फ आपके पास ही है।
दिमाग को काबू करना जानते हैं आप : निगेटिव खयाल मेंटल मॉन्सटर की तरह हैं, जो कि धीरे-धीरे करके आपको मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बनाने लगता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि ऑटोमेटिक निगेटिव थॉट्स अचानक से दिमाग में आते हैं जैसे आप अच्छे बेटे, पिता या कर्मचारी नहीं हैं। इससे बचने के लिए अचानक से आने वाले इन निगेटिव विचारों को किसी पेपर पर लिखें और इन्हें दूर करने के लिए अपनी अच्छाइयों के बारे में सोचें। आपको इनसे बचने का रास्ता मिल जाएगा।
बुराइयां नहीं अच्छाइयां देखें: भले ही निगेटिव विचारों से भरे हुए हों लेकिन आपको पॉजिटिव होने की एक्टिंग करनी होगी। एक समय के बाद यह एक्टिंग ही जीवन में सकारात्मकता ले आएगी। चाहें तो खुद को एक उत्पाद की तरह लेते हुए शीशे के सामने अपनी खूबियों को गिनाएं, सोच बदलेगी।
पॉजिटिव सोच वालों से मिलें: बुरे विचारों से निजात पाने का सबसे आसान तरीका है कि आप उन लोगों के साथ समय बिताएं जो कि पॉजिटिव सोच वाले हों। जो हर हाल में भी मुस्कुराना जानते हों और उन्हें देखकर आपको गर्व महसूस होता हो।
रिलेक्स रहकर भी बदलें विचारों को : नकारात्मक विचार वह अंधेरा रास्ता है, जो आपको किसी ओर लेकर नहीं जाता। इसके लिए जरूरी है कि आप दिमाग को रिलेक्स करें। निगेटिविटी से खुद को दूर ले जाएं, बच्चों के साथ समय बिताएं, कुकिंग करें या पसंदीदा लेखक की किताबेें पढ़ें। पर्याप्त नींद लें और पांच से 10 मिनट का ध्यान अवश्य करें।
हर बार बुरी भी नहीं निगेटिविटी: कई बार किसी काम को करते हुए निगेटिव खयाल आते हैं जैसे काम ठीक से नहीं हुआ तो क्या होगा, पैसा बर्बाद हो गया तो? आदि इससे व्यक्ति काम को सतर्क होकर करता है और परिणाम सफलता के रूप में दिखाई देते हैं। बस इतना ध्यान रखें कि निगेटिव विचार आप पर हावी न होने पाएं।