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कमजोर आर्थिक स्थिति का दिया हवाला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. सुमन त्रिवेदी ने बताया कि शुक्रवार मध्य रात्रि 12.56 बजे मोबाइल पर उन्हें कॉल आई। इसमें अज्ञात व्यक्ति ने बताया कि वह भीलवाड़ा के नजदीकी गांव में ही रहते हैं और उनके परिवार में कुछ देर पहले ही बालिका जन्म हुआ है। इस बालिका को परिवार में छठी कन्या संतान बताते हुए कहा कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने से वे इस साथ नहीं रखना चाहते है। त्रिवेदी ने बताया कि इस कॉल के बाद मोबाइल बंद हो गया।
कमजोर आर्थिक स्थिति का दिया हवाला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. सुमन त्रिवेदी ने बताया कि शुक्रवार मध्य रात्रि 12.56 बजे मोबाइल पर उन्हें कॉल आई। इसमें अज्ञात व्यक्ति ने बताया कि वह भीलवाड़ा के नजदीकी गांव में ही रहते हैं और उनके परिवार में कुछ देर पहले ही बालिका जन्म हुआ है। इस बालिका को परिवार में छठी कन्या संतान बताते हुए कहा कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने से वे इस साथ नहीं रखना चाहते है। त्रिवेदी ने बताया कि इस कॉल के बाद मोबाइल बंद हो गया।
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यूं समझाया तब राजी हुए
कई ट्राई करने पर मोबाइल फिर चालू हुआ लेकिन कॉल नहीं उठाया गया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद किसी ने फोन उठाया और बताया कि वह कुछ ही देर में इस नवजात कन्या को कहीं फेंकने जा रहे हैं। इस पर त्रिवेदी ने उन्हें समझाया और कहा कि वह इस बच्ची को महात्मा गांधी चिकित्सालय के नवजात गृह में छोड़ जाए। लेकिन परिजन समाज के डर से इसके लिए राजी नहीं हुए। त्रिवेदी ने आश्वस्त किया कि उन्हें बच्चे की जान ज्यादा प्यारी है और इस बारे में सभी प्रकार की सूचना गुप्त रखी जाएगी।
यूं समझाया तब राजी हुए
कई ट्राई करने पर मोबाइल फिर चालू हुआ लेकिन कॉल नहीं उठाया गया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद किसी ने फोन उठाया और बताया कि वह कुछ ही देर में इस नवजात कन्या को कहीं फेंकने जा रहे हैं। इस पर त्रिवेदी ने उन्हें समझाया और कहा कि वह इस बच्ची को महात्मा गांधी चिकित्सालय के नवजात गृह में छोड़ जाए। लेकिन परिजन समाज के डर से इसके लिए राजी नहीं हुए। त्रिवेदी ने आश्वस्त किया कि उन्हें बच्चे की जान ज्यादा प्यारी है और इस बारे में सभी प्रकार की सूचना गुप्त रखी जाएगी।
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पुलिस पहुंची तो पालनागृह में मिली नवजात फोन पर बात होने के बाद त्रिवेदी ने इसकी जानकारी तुरन्त पुलिस कंट्रोल रूम एवं कोतवाली को दी। तडके 3.15 बजे पुलिस का जाब्ता महात्मा गांधी चिकित्सालय में पुलिस चौकी के बाहर स्थित पालनागृह पहुंचा तो वहां मासूम बच्ची मिली। पुलिस ने नवजात को महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में ही स्थित महिला एवं जनाना चिकित्सालय के गहन चिकित्सा इकाई वार्ड में भर्ती कराया। शनिवार तड़के त्रिवेदी ने चिकित्सालय पहुंच कर नवजात शिशु के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि नवजात कन्या सुरक्षित व स्वस्थ है। उसका वजन एक किलो 800 ग्राम है।
पुलिस पहुंची तो पालनागृह में मिली नवजात फोन पर बात होने के बाद त्रिवेदी ने इसकी जानकारी तुरन्त पुलिस कंट्रोल रूम एवं कोतवाली को दी। तडके 3.15 बजे पुलिस का जाब्ता महात्मा गांधी चिकित्सालय में पुलिस चौकी के बाहर स्थित पालनागृह पहुंचा तो वहां मासूम बच्ची मिली। पुलिस ने नवजात को महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में ही स्थित महिला एवं जनाना चिकित्सालय के गहन चिकित्सा इकाई वार्ड में भर्ती कराया। शनिवार तड़के त्रिवेदी ने चिकित्सालय पहुंच कर नवजात शिशु के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि नवजात कन्या सुरक्षित व स्वस्थ है। उसका वजन एक किलो 800 ग्राम है।