गांधी नगर पुलिस ने बताया कि झालाना स्थित राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से साल 2020 में दिसम्बर माह के दौरा कनिष्ट वैज्ञानिक और कनिष्ट पर्यावरण अभियंता की भर्ती निकाली गई थी। भर्ती में परीक्षा और अन्य चरणों को पूरा करने के बाद इस साल जून जुलाई तक सभी को नियुक्ति देने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई थी। दस्तावेजों की जांच के दौरान सामने आया कि राम कुमार नाम के एक अभ्यर्थी ने मेघालय में स्थित एक यूनिवर्सिटी की फर्जी बीटेक की डिग्री बनवा ली।
उसकी जांच के लिए जब प्रदूषण बोर्ड ने मेघालय सरकार से पत्र व्यवहार शुरु किया तो पता चला कि राम कुमार नाम के किसी अभ्यर्थी ने उस यूनिवर्सिटी से बीटेक नहीं किया जिसका जिक्र दस्तावेजों में किया गया था। बाद में रामकुमार के खिलाफ ठगी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया गया है।