विसंगतियों को दूर करने पर हुई चर्चा
इस वार्ता में कोरोना समय में चल रहे विभिन्न ऑनलाइन शैक्षिक गतिविधियों, वेबीनार तथा फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के बारे में स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने, उच्च शिक्षा संस्थानों के शिक्षकों में विद्यार्थियों विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ऑनलाइन एजुकेशन हेतु समुचित संरचना और इंटरनेट डाटा की व्यवस्था करने के साथ ही शिक्षकों की भर्ती एवं पदोन्नति के संबंध में जारी यूजीसी रेगुलेशन 2018 की विसंगतियों को दूर करने पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
शिक्षकों की समस्याओं पर रखी बात
यूजीसी अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह ने महासंघ को आश्वस्त किया कि शिक्षा और शिक्षकों की समस्याओं को लेकर यूजीसी गंभीर है। महासंघ द्वारा बताए गए बिंदुओं पर अधिकारियों के साथ चर्चा करके शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। इस अवसर पर यूजीसी के सेक्रेटरी प्रोफेसर रजनीश जैन समेत अन्य अधिकारी उपलब्ध उपस्थित रहे। महासंघ के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्षजे पी सिंघल के अलावा संगठन मंत्री महेंद्र कपूर, महामंत्री शिवानंद सिंदनकेरा, उच्च शिक्षा संवर्ग प्रभारी महेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष प्रोफेसर प्रग्नेश शाह, सचिव डॉ मनोज सिन्हा तथा सह-सचिव डॉ नारायण लाल गुप्ता शामिल रहे।