बिरला (
speaker of lok sabha ) ने यह बात शुक्रवार शाम को उनके सरकारी आवास पर लोकसभा ( LOK SABHA ) के शीतकालीन सत्र की उपलब्धियों की जानकारी देते समय बताई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से नए भवन का आग्रह किया था। उन्होंने मंजूरी दी थी। अब जगह के विकल्प पर मंथन चल रहा है। 2022 में देश जब आजादी का 75 साल पूरे होने का जश्न मनाए, तब नए भवन में संसद का सत्र चलाने की कोशिश हमारी होगी। उन्होंने संसद में मिलने वाले भोजन पर सब्सिडी समाप्त करने पर कहा कि सांसदों के भोजन पर करोड़ों रुपए की सब्सिडी के आरोपों के चलते ऐसा किया गया है। उन्होंने बताया कि इस सत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 ( Citizenship Amendment Bill 2019 ) , विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी), आम्र्स एक्ट संशोधन जैसे विधेयक पारित हुए। सदन को शांतिपूर्ण चलने का प्रयास किया गया, हालांकि कभी-कभार व्यवस्था बनाए रखने के लिए सदन को स्थागित करना पड़ जाता है। उन्होंने कहा कि संसद में सबका सहयोग मिला है। सत्ता पक्ष बहुमत में हैं। सदन के नेता के रूप में प्रधानमंत्री (
pm modi ) और उनके सदस्यों के साथ प्रतिपक्ष के सभी दलों के नेताओं और सदस्यों ने सामूहिक रूप से साथ दिया है।
-लोकसभा की उपलब्धियां -20 बैठकें 130 घंटे और 45 मिनट तक चली
-14 विधेयक पारित और 28 विधेयक पुर: स्थापित
-140 तारांकित प्रश्नों के मौखिक जवाब दिए
-27 नवंबर को सभी 20 तारांकित प्रश्नों के जवाब दिए
-सांसदों ने 934 जनहित के मामले उठाए
-स्थायी समितियों ने 48 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए
-मंत्रियों ने विभिन्न विषयों पर 15 वक्तव्य दिए
-वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन पर 7 घंटे 49 मिनट विशेष चर्चा
-फसलों की क्षति का कृषकों पर प्रभाव पर 7 घंटे 21 मिनट विशेष चर्चा
-सभा की उत्पादकता 115 फीसदी दर्ज की गई
-337 सदस्यों को उनके वक्तव्यों की 3300 वीडियो क्लिप भेजी
राज्यसभा में 107 घंटे कामकाज हुआ राज्यसभा में 107 घंटे कामकाज हुआ, जबकि करीब हंगामे और व्यवधान की वजह से 12 घंटे का समय खराब हुआ। राज्यसभा के सभापति वैंकया नायडू ने कहा कि राज्यसभा में लगभग 100 प्रतिशत कामकाज हुआ है। हालांकि आखिरी दिन हंगामे को लेकर उन्होंने निराशा जताई। उन्होंने कहा कि शीत सत्र के दौरान 15 बिल पास हुए।