scriptठगी की ये तीन घटनाएं जरुर देंगी सावधानी बरतने का सबक… हर कोई बन सकता है आसान शिकार… लाखों रुपए डूबे | New ideas of Frauds in Rajasthan.. | Patrika News

ठगी की ये तीन घटनाएं जरुर देंगी सावधानी बरतने का सबक… हर कोई बन सकता है आसान शिकार… लाखों रुपए डूबे

locationजयपुरPublished: Jun 18, 2021 10:59:00 am

Submitted by:

JAYANT SHARMA

तीनों घटनाओं से सबक लेते हुए सावधानी बरती जा सकती है क्योंकि इस तरह की घटनाएं हमारे साथ भी कभी भी हो सकती हैं।

FRAUD : बीस लाख रुपए से कम का निवेश लेते ही नहीं थे बारोट बंधु

FRAUD : बीस लाख रुपए से कम का निवेश लेते ही नहीं थे बारोट बंधु

जयपुर
साइबर ठगी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। ठगों के पास इतने झांसे हैं कि वे हर रोज नए ग्राहकों को फंसा ही लेते हैं और फिर कुछ ही सैंकंेंड में उनके खाते साफ कर देते हैं। फिर चाहे पुलिस हो या बैंक… बाद में उनके लिए कुछ मोबाइल नंबर ही सबूत के तौर पर बचते हैं जो कि बंद कर दिए जाते हैं। शहर में फिर से तीन वारदातें सामने आई हैं साइबर ठगी कि जिनमें करीब दो लाख रुपए खातों से साफ हो गए। कुछ रुपए निकाल लिए गए तो कुछ रुपए ग्राहकों ने खुद ही खातों में डाल दिए। तीनों घटनाओं से सबक लेते हुए सावधानी बरती जा सकती है क्योंकि इस तरह की घटनाएं हमारे साथ भी कभी भी हो सकती हैं।
सस्ती स्कूटी के चक्कर में गंवा दिए 90 हजार
खोह नागोरियान थाना इलाके में रहने वाले अशोक कुमार को परिवार के लिए स्कूटी चाहिए थी। वे आनलाइन साइट पर गए और ओएलएक्स पर उन्होनें एक स्कूटी देखी जो उनके बजट में आ रही थी। स्कूटी आॅनर के जो नंबर दिए गए थे उस पर बात की तो उसने जल्द से जल्द स्कूटी भेजने की बात कही। लेकिन कुछ खर्चों के नाम पर पहले रुपए ले लिए। अशोक ने भी रुपए उसके खाते में डाल दिए। लेकिन इस बीच खाते की कुछ जानकारियां भी शेयर हो गए और बाद में खाते से करीब नब्बे हजार रुपए साफ हो गए। रपुए भी गए और स्कूटी भी घर नहीं पहुंची तो अशोक ने पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
फूड एप से खाना मंगाया, देरी होने का कारण जानने के चक्कर में खाते से 75 हजार पार
फूड एप से खाना तय समय पर नहीं पहंचा तो चैदह साल के बच्चे ने इंटरनेट से कस्टमर केयर का नंबर तलाशा और फोन कर खाना देरी से पहुंचने के बारे में जानकारी जुटानी चाही। लेकिन नंबर साइबर ठग का था। ठग ने बच्चे को मूर्ख बनाकर उससे खातें की जानकारी जुटाई और खाते से 75 हजार रुपए निकाल लिए। मां को जब बच्चे ने मैसेज बताया तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। जांच कर रही सांगानेर पुलिस ने बताया कि निशा शर्मा ने मुकदमा दर्ज कराया है। जो नंबर कस्टमर केयर के नंबर पर लिखे गए थे वे नंबर अब बंद आ रहे हैं।
लोन देने के नाम पर खाते में रुपए डलवाए और कर दी ठगी
करणी विहार थाना इलाके में रहने वाले त्रिलोक चैधरी को रुपयों की जरुरत हुई तो एक निजी फाइनेंस कंपनी से लोन लेने की प्रक्रिया शुरु की। लेकिन फाइनेंस कंपनी चला रहे लोगों ने लोन देने के खर्च के नाम पर कई बार खाते में रुपए डलवा लिए और उसके बाद फोन बंद कर लिए। त्रिलोक ने फाइनेंस कंपनी के पदाधिकरियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। चार बार में त्रिलोक से करीब पैतालीस हजार रुपए लेने के बाद भी उसे लोन नहीं दिया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो